लोकसभा चुनाव के दौरान लुधियाना में हल्का इंचार्जओ की नए सिरे से नियुक्ति संबंधी वायरल हो रही लेटर से कॉंग्रेस में हड़कंप मच गया है। इस लेटर को आल इंडिया कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी के सी वेणुगोपाल के लेटरहेड पर जारी किया गया है, जिसमें पंजाब प्रधान के तौर पर राजा वडिंग की सहमति के साथ लुधियाना में हल्का इंचार्जओ की नए सिरे से नियुक्ति करने का जिक्र किया गया है।
इस लेटर के सामने आने के बाद विवाद खड़ा होने की वजह यह है कि हल्का वेस्ट से भारत भूषण आशु व जगराओं से जगगा हिस्सोवाल को छोड़कर सभी हल्का इंचार्जओ की नए सिरे से नियुक्ति कर दी गई है। इनमें हल्का पूर्वी से संजय तलवार की जगह गुरमेल सिंह पहलवान, हाल ही में कॉंग्रेस में शामिल हुए बैंस ब्रदर्स को आत्म नगर व साउथ, उनके करीबी रणधीर सीबीया को राकेश पांडे की जगह उत्तरी, संजय तलवार को सुरेंद्र डाबर की जगह सेंट्रल, मिल्कियत सिंह दाखआ को कुलदीप सिंह की जगह हल्का गिल और मुल्लापुर दाखआ से संदीप संधू की जगह जस्सी खगुडा़ को हल्का इंचार्ज लगाने का जिक्र किया गया है।
इस लेटर को खुद राजा वडिंग ने अपने फेसबुक पेज पर शेयर करते हुए फर्जी बताया है। उन्होंने इसे विरोधियों की घटिया हरकत क़रार दिया है जो हार सामने देखकर बौखला गए हैं। राजा वडिंग ने सभी वर्कर्स से इस तरह की अफवाहों पर विश्वास करने की बजाय लड़ाई जीतने के लिए एकजुट होकर काम करने की अपील की है।
इस लेटर को सीधे तौर पर कॉंग्रेस में गुटबाजी को बढ़ावा देने की कोशिश से रूप में देखा जा सकता है। क्योंकि कॉंग्रेस नेताओं के आपसी मनमुटाव किसी से छिपे नहीं है और अब जिस तरह से लोकसभा चुनाव के दौरान यह लेटर वायरल हुई है, उसका सीधा असर उन हल्का इंचार्जओ के समर्थकों पर पड़ेगा जिनकी जगह किसी अन्य की नए सिरे से नियुक्ति करने का दावा लेटर में किया गया है। यहां बताना उचित होगा कि बैंस ब्रदर्स के कॉंग्रेस में शामिल होने के बाद से लेकर अब तक पार्टी दुआरा उन्हें आधिकारिक तौर पर हल्का साउथ व आत्म नगर का इंचार्ज घोषित नहीं किया गया है, जहां से वह पहले विधायक रहे हैं।