पटना की एक विशेष सीबीआई अदालत ने शुक्रवार को 1,000 करोड़ रुपये के सृजन घोटाले की मुख्य आरोपी रजनी प्रिया को 21 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
रजनी प्रिया को गुरुवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया था और उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर पटना ले जाया गया। आरोपी रजनी प्रिया को पटना की बेउर सेंट्रल जेल में रखा जाएगा।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बिहार के सृजन घोटाले के संबंध में 4 एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें अधिकारी और सृजन महिला विकास सहकारी समिति कथित तौर पर 2007 से 2017 के बीच 1,000 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले में शामिल थी।
सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक ये रकम बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक ऑफ भागलपुर शाखा से निकाली गई।
बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा आरपी रोड, इंडियन बैंक शाखा पाताल रोड, बैंक ऑफ इंडिया शाखा त्रिवेणी अपार्टमेंट, सृजन महिला विकास सहकारी समिति (एसडब्ल्यूडीसीसी) और जिला कल्याण संघ भागलपुर के अधिकारियों पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और जालसाजी का आरोप है।
सीबीआई ने 25 अगस्त 2017 को जांच शुरू की और इस मामले में 27 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की। 27 में से 12 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। रजनी प्रिया इस घोटाले की मुख्य आरोपियों में से एक हैं।
उनके पति अमित कुमार, पूर्व आईएएस अधिकारी केपी रमैया के खिलाफ भागलपुर के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद से उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। अमित कुमार और केपी रमैया अभी भी फरार हैं और एजेंसियां उनका पता लगाने में जुटी हैं।