एक बार फिर योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया है, जिसमें दोनों ने अदालत से बिना शर्त माफी मांगी है। योग गुरु और आचार्य ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के आयुर्वेद उत्पादों को लेकर बड़े- बड़े दावों वाले विज्ञापनों के मामले में कोर्ट के सख्त निर्देश के बाद दायर किया है।
पतंजलि के सह संस्थापक योग गुरु बाबा रामदेव और कंपनी के एमडी बालकृष्ण ने कंपनी के भ्रामक विज्ञापन मामले में कोर्ट से दूसरी बार मांफी मांगी है। दरअसल, पिछले दिनों मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते में हलफनामा दाखिल करने का आखिरी मौका दिया था। मामले में कल फिर से सुनवाई होनी है, ऐसे में दोनों ने ठीक एक दिन पहले हलफमाना दायर कर बिना शर्त माफी मांगी है।
योग गुरु बाबा रामदेव और बालकृष्ण भ्रामक विज्ञापनों मामले का सामना कर रहे थे। याचिका इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से दायर की गई है। जिस पर सुनवाई के दौरान अदालत ने पतंजलि के सह संस्थापक व योग गुरु बाबा रामदेव और पतंजलि के एमडी आचार्य बाल कृष्ण को उनका पक्ष रखने का मौका दिया था। मामले में दोनों अलग-हलफनामा दायर कर अदालत ने माफी की मांग थी। लेकिन ये एक सशर्त माफी की मांग थी, जिससे कोर्ट ने इनकार कर दिया और दोबार हलफनामा दायर करने का मौका दिया था। मामले में अगली सुनवाई बुधवार (10 अप्रैल) को होनी है।
ऐसे में रामदेव और बालकृष्ण ने अदालत में दो अलग-अलग हलफनामे दायर कर बिना शर्त माफी मांगी है। दोनों ने ये हलफनामा पिछले साल 21 नवंबर के आदेश में दर्ज बयान के उल्लंघन के लिए को लेकर दायर किया है।