अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए 2023 में चार बच्चों के साथ अवैध रूप से भारत आने वाली पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के पहले पति ने अपने बच्चों को वापस लाने में मदद के लिए एक भारतीय वकील की सेवा ली है।
एक शीर्ष मानवाधिकार कार्यकर्ता ने शुक्रवार को कराची में यह जानकारी दी। सिंध प्रांत के जैकोबाबाद की रहने वाली सीमा हैदर पिछले साल मई में अपने बच्चों को लेकर नेपाल के रास्ते भारत जाने के लिए कराची स्थित अपने घर से निकल गईं। सीमा जुलाई में तब चर्चा में आईं जब अधिकारियों को उनके उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा इलाके में भारतीय नागरिक (अब उनके पति) सचिन मीणा के साथ रहने की जानकारी मिली। ऐसा कहा जा रहा है कि सीमा मीणा के बच्चे की मां बनने वाली हैं।
पाकिस्तान के चोटी के वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता अंसार बर्नी ने कहा कि सीमा के पाकिस्तानी पति गुलाम हैदर ने अपने चार बच्चों का संरक्षण पाने में मदद के लिए उनसे संपर्क किया है। बर्नी ने कहा, ‘‘उचित प्रक्रिया के बाद, हमने एक भारतीय वकील अली मोमिन की सेवा ली है और भारतीय अदालतों में कानूनी कार्यवाही शुरू करने के लिए पावर ऑफ अटॉर्नी भेज दी है।’’ बर्नी अपने नाम से एक ट्रस्ट भी चलाते हैं, जो लापता और अपहृत बच्चों की बरामदगी के लिए काम करता है। उन्होंने पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदियों का भी प्रतिनिधित्व किया है।
सीमा तब चर्चा में आ गईं जब उन्होंने कहा कि मोबाइल गेम पबजी खेलते हुए सचिन मीणा से प्यार हो गया और उन्होंने उनके पास जाने का फैसला किया। जब सीमा संयुक्त अरब अमीरात और नेपाल के रास्ते भारत आईं तब उनके पति सऊदी अरब में काम करते थे।
‘मीडिया’ को एक साक्षात्कार में सीमा ने कहा कि उन्होंने हिंदू धर्म अपना लिया है और पाकिस्तान लौटने से इनकार कर दिया। सीमा का दावा है कि उनके बच्चों ने भी हिंदू धर्म अपना लिया है। बर्नी ने कहा कि गुलाम हैदर का मामला मजबूत है और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार, कम उम्र के बच्चों का धर्म परिवर्तन निषिद्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘यह मामला बिल्कुल स्पष्ट है क्योंकि भले ही सीमा अब वहां बस गई हो, उनके बच्चे पाकिस्तानी नागरिक हैं और कम उम्र के हैं, पिता को उन पर पूरा अधिकार है।’’
बर्नी ने कहा कि गुलाम हैदर अपनी पत्नी से कुछ नहीं चाहते बल्कि केवल अपने बच्चों को पाकिस्तान वापस लाना चाहते हैं। भारत में, सीमा हैदर और सचिन मीणा के कानूनी प्रतिनिधि, वकील एपी सिंह ने ‘न्यजू एजेंसी-’ को बताया, ‘‘हमें ऐसे किसी भी घटनाक्रम की जानकारी नहीं है। जब हमें आधिकारिक तौर पर इसके बारे में पता चलेगा, तो हम जवाब देंगे।’’