मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी युवक पर खुलेआम पेशाब करने के आरोपी कथित भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने मंगलवार की रात गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उसके मकान पर बुलडोजर चलाया गया। वहीं, एनएसए की कार्रवाई भी की गई। इस मामले ने सियासत गरमा दी है। भाजपा ने एक जांच समिति बनाई है और कांग्रेस ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, प्रवेश पर वीडियो वायरल होने के बाद एससी, एससी एक्ट सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया गया था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गई थी। मंगलवार की देर रात लगभग दो बजे आरोपी को उसके गांव के करीब से पुलिस ने दबोच लिया।

ज्ञात हो कि मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति जमीन पर बैठा है, जिसके करीब खड़ा व्यक्ति उस पर लघुशंका कर रहा है। इस दौरान यह भी नजर आ रहा है कि जमीन पर बैठा व्यक्ति दहशत में है। वीडियो के वायरल होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले के गंभीरता से लिया। साथ ही कार्रवाई के निर्देश दिए, जिस पर आरोपी के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जा चुकी है।

आरोपी के मकान पर बुलडोजर भी चला दिया गया। आरोपी प्रवेश शुक्ला के पिता ने दावा किया है कि उनका बेटा भाजपा के विधायक केदार शुक्ला का विधायक प्रतिनिधि रहा है और भाजपा नेता है। जब उनसे पूछा गया कि केदार शुक्ला की ओर से इसे नकारा जा रहा है] इस पर उनका कहना है कि विधायक ऐसा क्यों कर रहे है वे जान नहीं पा रहे।

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए सख्त कार्रवाई की बात कही। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एक चार सदस्यीय समिति बनाई है। इस समिति का अध्यक्ष कोल जनजाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रोतेल को बनाया गया है। समिति सभी तथ्यों की जांच कर संगठन को रिपोर्ट देगा।

प्रदेश कांग्रेस कमलनाथ ने कहा, ”आज मेरा मन मध्य प्रदेश के आदिवासी भाई-बहनों के अपमान की घटनाओं से बहुत दुखी है। सीधी जिले में एक आदिवासी युवक के ऊपर भाजपा नेता के पेशाब करने का वीडियो देखकर रूह कांप जाती है। क्या सत्ता का नशा इस कदर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर चढ़ गया है कि वे इंसान को इंसान नहीं समझ रहे। यह घटना आदिवासी अस्मिता पर प्रहार है। यह घटना टंट्या मामा और बिरसा मुंडा जैसे महापुरुषों का अपमान है। यह घटना मध्य प्रदेश के करोड़ों आदिवासी भाई-बहनों का अपमान है।”

कमलनाथ ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा, मैं शिवराज सरकार को चेतावनी देता हूं कि आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचारों को सरकारी संरक्षण देना बंद करें। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से आदिवासी समाज के साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाकर रहेगी।

इस मामले में कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने भाजपा का पत्र टैग करते हुए ट्वीट किया था, जिसमें प्रवेश शुक्ला को भाजयुमो के मंडल कुधवाही का उपाध्यक्ष बताया गया है। इस मामले को लेकर लेकर युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राजधानी में पुतले का दहन किया और सख्त कार्रवाई की मांग की।

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने राज्य सरकार से पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है। साथ ही पीड़ित परिवार को 25 लाख की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है।

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