रेडियो पर पीएम मोदी के मन की बात के 100वें एपिसोड को सिर्फ पूरे देश ने ही नहीं, बल्कि दुनिया ने भी सुना। एक तरफ जहां संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में पीएम मोदी के मन की बात की आवाज गूंजी तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका भी इसका कायल हो गया। न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी ने तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी के प्रसारण के सम्मान में विशेष प्रस्ताव जारी किए हैं।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मन की बात’ बदलते भारत… नये भारत की कहानी है और यह भारत और दुनिया के बीच संपर्क का माध्यम है। जयशंकर ने रविवार को प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 100वें संस्करण का प्रसारण भारतवंशियों के साथ बैठकर सुना। गुयाना, पनामा, कोलंबिया और डॉमिनिक गणराज्य की अपनी आधिकारिक यात्रा की समाप्ति के बाद यहां आए जयशंकर ने रविवार की सुबह आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उक्त बात कही।
जयशंकर ने कहा, ‘‘तमाम पहलुओं से ‘मन की बात’ की कहानी, पिछले नौ साल की कहानी है, यह बदलते भारत की कहानी है। यह ‘नये भारत’ के उभरने की कहानी है, यह भारत और दुनिया के बीच का संपर्क है… आज बदला हुआ भारत है, ज्यादा समझदार भारत है, तमाम मायनों में मैं कहूंगा कि ज्यादा प्रेरक भारत है जो दुनिया से जुड़ रहा है।”
अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू, न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्यदूत रणधीर जायसवाल, भारतीय-अमेरिकी सीनेटर केविन थॉमस, भारतीय अमेरिकी एसेम्बली सदस्य जेनिफर राजकुमार और एडिसन के मेयर सैम जोशी सहित भारतीय समुदाय के विभिन्न लोगों ने विशेष प्रसारण को सुना। जयशंकर ने इस दौरान बताया कि कैसे ‘मन की बात’ के दौरान हुई बातचीत और विचारों ने भारत के लोगों को प्रभावित और प्रेरित किया। विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘कोविड के दौरान मेरे लिए ‘मन की बात’ बहुत खास था क्योंकि उस वक्त देश की जनता को साहस की जरूरत थी, जो उन्हें ‘मन की बात’ से मिला।”