PGI Police ने कूड़ा बीनने के बहाने बंद घरों को निशाना बनाने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। हालांकि धड़-पकड़ के दौरान एक आरोपी पुलिस को चकमा देकर मौके से भाग निकला। गिरोह के सरगना पर पीजीआई कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट समेत सात मुकदमे दर्ज हैं। आरोपियों से चोरी के तीन लाख रुपये कैश, जेवर और घटना में इस्तेमाल बाइक बरामद हुई है। इसी के साथ चोरी की तीन घटनाओं का खुलासा हुआ है।
एडीसीपी पूर्वी सैय्यद अली अब्बास के मुताबिक वृन्दावन योजना सेक्टर- सात स्थित सैन्यकर्मी अवनीश कुशवाहा के घर से 25 अक्टूबर को चुराए छह लाख रुपये नगद और करीब पांच लाख के जेवर में आरोपियों की तलाश हो रही थी। रविवार को चिरैयाबाग अंडरपास के पास चेकिंग के दौरान एक बाइक पर सवार तीन व्यक्ति आते नजर आए।
पुलिस को देखते ही भागने का प्रयास करने लगे। इस बीच दौड़ा कर दो संदिग्धों को पकड़ लिया गया। एक आरोपी चलती बाइक से कूदकर भाग निकला। आरोपियों की पहचान पीजीआई के नट खेड़ा तेलीबाग स्थित झोपड़पट्टी निवासी दिलीप कप्तान, मोनू गुप्ता के रूप में हुई। सख्ती से हुई पूछताछ में आरोपियों ने चोरी की बात कबूल की।
आरोपियों को गिरफ्तार कर पीजीआई पुलिस ने चोरी की तीन घटनाओं का खुलासा किया है। इंस्पेक्टर पीजीआई बृजेश चंद्र तिवारी के मुताबिक फरार आरोपी की तलाश की जा रही है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सुबह कूड़ा बीनने के बहाने बंद घरों को चिन्हित कर लेते थे। दो दिन रेकी करने के बाद तीसरे दिन रात में घर पर धावा देते थे। दो साथी घर में घुसे थे। एक साथी बाहर खड़ा रहता था। अधिकतक नगदी और जेवर ही चोरी करते थे।