उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में जनता रोड स्थित आवासीय बालिका सुधार गृह में लड़कियों के गंभीर उत्पीड़न की शिकायत सही पाये जाने पर सुधार गृह की अधीक्षक समेत पांच कर्मचारियों की सेवा समाप्त करते हुये उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। एक प्रशासनिक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि जांच के बाद सहारनपुर के जिलाधिकारी डा0 दिनेश चन्द्र ने सुधार गृह की अधीक्षक सहित पांच कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है, साथ ही मामले में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है। उन्होंने बताया कि सुधार गृह में रहने वाली लड़कियों ने यहां के प्रबंधक और अधीक्षक पर छेड़खानी और मारपीट एवं अवैध वसूली के आरोप लगाये हैं। यहां की एक लड़की ने आरोप लगाया कि मैनेजर छेड़खानी करता है। ऑफिस में बुलाकर कहता है कि तुम बहुत पसंद हो। उपजिलाधिकारी (सदर) कीर्ति सिंह ने बताया कि यह मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आने पर उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी कृति राज, राज्य सेवा के प्रशासनिक अधिकारी (पीसीएस) किंशुक श्रीवास्तव और एसआई सुनीता मालान को बालिका गृह भेजा।
उन्होंने बताया कि तीनों अधिकारियों ने इसकी जांच करते हुए वहां की एक-एक बालिका से अलग-अलग बातचीत की तथा उनके बयान दर्ज किये। कीर्ति ने बताया कि जांच में कुछ आरोप सही पाए गए, जिसके आधार पर अधीक्षक पिंकी, प्रबंधक वी पी सिंह समेत पांच कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया, मामले में थाना जनकपुरी में जिला परिवीक्षा अधिकारी अभिषेक पाण्डेय ने प्राथमिकी दर्ज करायी है। उन्होंने बताया कि आवासीय बालिका गृह में पूरे प्रकरण की विस्तार से जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही होगी।