उत्तर प्रदेश के कानपुर में तीन शवों के एक साथ पहुंचने से मोहल्ले में कोहराम मच गया। माता-पिता व अन्य का रो-रो कर बुरा हाल था।‌ मां यह कहकर बिलख रही थी कि भगवान मुझे क्यों नहीं उठा लिया, मेरे बच्चे को मुझसे दूर क्यों कर दिया? परिजनों का विलाप सुन मौके पर इकट्ठा भीड़ की भी आंखें नम हो गई। मामला अयोध्या से जुड़ा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर दुख व्यक्त किया है। ‌कानपुर के विश्व बैंक कॉलोनी आई ब्लॉक के रहने वाले 6 बच्चे रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या गए थे। जहां बीते रविवार को सभी सरयू नदी नहाने पहुंच गए। देखते-देखते बच्चे गहरे पानी में चले गए। तीन को तो बचा लिया गया। लेकिन तीन अन्य की मौत हो गई। जिनका शव बीती रात कानपुर पहुंचा। शव के पहुंचते ही चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। तीनों का अंतिम संस्कार आज किया जा रहा है।

ललित नारायण मिश्रा अवस्थी और उनकी पत्नी अनीता देवी और बेटियों का रो-रो कर बुरा हाल है। दो बहनों के बीच हर्षित इकलौता भाई था। जिसकी मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है। मां बिलख बिलख कर कह रही है कि भगवान ने उसे क्यों नहीं उठा लिया? बहनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। कह रही है अब राखी किसे बंधेंगे?

प्रांशु सिंह चौहान के माता-पिता और भाई बड़वास बदहवास हो गए। जब उन्होंने मौत की खबर सुनी। ओम प्रकाश लोहे का कारखाना चलते हैं। मां अनीता देवी ने बताया कि मौत की खबर आने से 1 घंटे पहले प्रांशु से बातचीत हुई थी। प्रांशु ने सरयू नदी स्नान के विषय में जानकारी दी। इस पर मां ने उन्हें गहरे पानी में जाने को लेकर अलर्ट किया था। लेकिन प्रांशु गहरे पानी की चपेट में आ गया। ‌भाई सार्थक का भी रो-रो कर बुरा हाल है। यह देख मोहल्ले वालों के भी आंखों में आंसू आ गए।

मृतकों में शुभम मिश्रा उर्फ रवि के माता-पिता और छोटा भाई बिलख रहे हैं। ‌पिता मोहन मिश्रा अखबार बांटने के साथ प्राइवेट नौकरी करते हैं। छोटा भाई राजन डाकघर में संविदा कर्मी है। जैसे ही मोहन मिश्र को बेटे की मौत की खबर लगी। घर में रोना पीटना मच गया। पड़ोस में रहने वाले दोस्तों के घर गए, बातचीत की। तीनों ही परिवारों में मातम छाया है। मां विभा और भाई राजन का रो-रोकर बुरा हाल है।

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