बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष और उप्र की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंगलवार को संसद में पेश केन्द्रीय बजट को ‘अच्छे दिन’ की उम्मीदों वाला कम बल्कि उन्हें मायूस करने वाला ज्यादा बताया है। बसपा प्रमुख ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि ”संसद में आज पेश केन्द्रीय बजट अपने पुराने ढर्रे पर कुछ मुट्ठी भर अमीर व धन्ना सेठों को छोड़कर देश के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं, मेहनतकशों, वंचितों व उपेक्षित बहुजनों के त्रस्त जीवन से मुक्ति हेतु ‘अच्छे दिन’ की उम्मीदों वाला कम बल्कि उन्हें मायूस करने वाला ज्यादा है!”
देश में छाई जबरदस्त गरीबीः मायावती
अपने सिलसिलेवार पोस्ट में मायावती ने कहा ”देश में छाई जबरदस्त गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पिछड़ापन तथा यहां के 125 करोड़ से अधिक कमजोर तबकों के उत्थान व उनके लिए जरूरी बुनियादी सुविधाओं के प्रति इस नई सरकार में भी अपेक्षित सुधारवादी नीति व नीयत का अभाव है।” उन्होंने सवाल उठाया, ”बजट में ऐसे प्रावधानों से क्या लोगों का जीवन खुशहाल हो पाएगा?”
बसपा प्रमुख ने एक अन्य पोस्ट में कहा ”देश का विकास व लोगों का उत्थान आँकड़ों के भूल भुलैया वाला न हो, बल्कि लोगों को त्रस्त जीवन से मुक्ति के लिए रोजगार के अवसर, जेब में खर्च के लिए पैसे/ आमदनी जैसी बुनियादी तरक्की सभी को मिलकर महसूस भी हो। रेलवे का विकास भी अति-जरूरी। सरकार बीएसपी सरकार की तरह हर हाथ को काम दे।”
बता दें कि मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2024-25 का आम बजट लोकसभा में बजट पेश करते हुए कहा कि इसमें रोजगार, कौशल विकास, एमएसएमई और मध्यम वर्ग पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है। इस बजट में किसानों से लेकर युवाओं और महिलाओं को ध्यान में रखा गया है। बजट की 9 प्राथमिकताएं रोजगार से लेकर एग्रीकल्चर तक हैं। बजट 2024 में निर्मला सीतारमण ने युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि देश की शीर्ष कंपनियों में युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसके लिए हर महीने इन युवाओं को 5000 रुपये मासिक भत्ता दिया जाएगा। यह मासिक भत्ता प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के अंतर्गत 12 महीने के लिए होगा, जिसके दौरान युवा इन कंपनियों में इंटर्नशिप कर सकते हैं। इसके अलावा, सरकार ने अगले पांच साल में 1 करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा है। इस बजट पर मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।