पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को सनातन धर्म पर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की हालिया टिप्पणियों को खारिज कर दिया और कहा कि सभी को ऐसी कोई भी टिप्पणी करने से बचना चाहिए जो किसी भी धर्म के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती है।
उन्होंने कहा, “मैं इस बारे में बिल्कुल स्पष्ट नहीं हूं कि उन्होंने ऐसी टिप्पणियां क्यों कीं और किस आधार पर कीं। वह एक कनिष्ठ राजनीतिज्ञ हैं। इसलिए मैं उनकी कही गई बातों की निंदा नहीं करना चाहता। लेकिन साथ ही मैं यह भी कहना चाहूंगा कि हर किसी को इससे बचना चाहिए। वह जो टिप्पणियां करते हैं, उससे किसी भी धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं।”
ममता ने कहा कि हालांकि वह तमिलनाडु और पूरे दक्षिण भारत के लोगों का सम्मान करती हैं, लेकिन वह मुख्यमंत्री और द्रमुक प्रमुख एम.के. स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म के बारे में कही बातों से सहमत नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हर धर्म के लोगों की अपनी भावनाएं होती हैं। भारत एकता और विविधता पर आधारित है। इसलिए यह हमारा कर्तव्य है कि हम किसी की भावना को ठेस न पहुंचाएं।”
उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म के प्रति उनके मन में बहुत सम्मान है और उनका मानना है कि लोगों को वेदों से बहुत कुछ सीखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पश्चिम बंगाल में हमने हिंदू पुजारियों को वित्तीय सहायता देने की व्यवस्था की है।”