उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में कटेहरी विधानसभा उपचुनाव के दौरान पुलिस पर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मतदाताओं को मतदान से रोकने और धमकाने के गंभीर आरोप लगाए गए। सपा सांसद लालजी वर्मा ने पुलिस पर धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों ने कई पुरुष और महिला मतदाताओं को वोट डालने से रोका और घर वापस लौटने पर मजबूर किया।
अलनपुर, इल्तिफातगंज और मिझौड़ा जैसे इलाकों में मतदाताओं ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी घरों में घुसकर लोगों को मतदान केंद्र तक जाने से रोक रहे हैं। कुछ महिलाओं ने बताया कि पुलिस उन्हें धमकाकर वापस भेज रही है। सोशल मीडिया पर इन घटनाओं के
शिकायतों ने जब तूल पकड़ा, तो चुनाव अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन उनके हटते ही पुलिस की कथित मनमानी फिर से शुरू होने की बात सामने आई। मिझौड़ा में महिलाओं ने पुलिस का विरोध करते हुए धरने की चेतावनी दी, जिसके बाद पुलिस का दबाव कम हुआ।
सपा सांसद लालजी वर्मा ने सुल्तानपुर के दोस्तपुर थाना प्रभारी पंडित त्रिपाठी को मतदाताओं को धमकाने से बाज आने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर पुलिसकर्मी नहीं रुके, तो वे हजारों समर्थकों के साथ धरना देंगे। सांसद ने सीओ को बीजेपी एजेंट करार देते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
सांसद ने चुनाव आयोग को घटना की जानकारी देते हुए पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो बयान भी टैग किए, जिनमें मतदाता पुलिस की ज्यादतियों का खुलासा कर रहे थे।
कटेहरी विधानसभा उपचुनाव में पुलिस की कथित ज्यादतियों ने सपा और प्रशासन के बीच टकराव को और बढ़ा दिया है। मतदाता अधिकारों की रक्षा और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया की मांग ने सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस छेड़ दी है।