लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा का मानसून सत्र आज सोमवार से शुरू हो गया है,जिसकी शुरुआत काफी हंगामेदार रही।मानसून सत्र के पहले दिन नियम 56 के तहत चर्चा के दौरान प्रतापगढ़ जिले की रानीगंज विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक डॉक्टर आरके वर्मा ने प्रदेश के जिलों और गांवों में अघोषित बिजली कटौती,गलत बिजली का बिल और स्मार्ट मीटर में बढ़ी हुई रीडिंग का मुद्दा उठाया। सपा विधायक ने कहा कि सरकार ने कहा था कि गांवों में 18 घंटे,तहसीलों पर 20 घंटा और जिला मुख्यालयों पर 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति हो रही है,लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि गांवों में 6 से 12 घंटे तक की कटौती हो रही है।बिजली कटौती की वजह से किसानों का नुकसान हो रहा है,आम जनमानस परेशान है। सपा विधायक ने कहा कि सरकार के पास कहां से आंकड़े आ रहे हैं कि 18 घंटे, 20 घंटे और 24 घंटे बिजली मिल रही है।
सपा विधायक आरके वर्मा ने कहा कि आज आलम यह है कि किसान सिंचाई के लिए खेत पहुंचता है और बिजली गुल, वैवाहिक कार्यक्रम में वर वधु के गले में वरमाला डालने ही वाला होता है कि बिजली गुल,बच्चे पढ़ने बैठते ही हैं कि बिजली गुल,अस्पतालों में भी अघोषित बिजली कटौती की वजह से महंगी से मशीनें काम नहीं कर पा रही है।सपा विधायक ने कहा कि बिजली विभाग के लोग सुपरमैन की तरह उपभोक्ताओं से वसूली कर रहे हैं,बिजली विभाग के लोग रात में ही घरों पर छापा मार रहे हैं और वसूली कर रहे हैं, अगर कोई पैसा नहीं देता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जा रही है,स्मार्ट मीटर में रीडिंग बढ़कर आ रही है।सपा विधायक ने कहा कि प्रयागराज में एक कमरे के मकान में तीन साल का बिल साढ़े तीन लाख का आ गया।
सपा विधायक आरके वर्मा ने कहा कि सरकार यह बता दे कि बिजली सप्लाई के जो आंकड़े आ रहे हैं वह कहां से आ रहे हैं। सरकार अगर इस व्यवस्था को ऑनलाइन कर दे कि किस जिले में कितनी बिजली की सप्लाई हुई तो इससे पारदर्शिता आएगी।