उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा। इस उपचुनाव को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, चुनाव में कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी के लिए कुर्बानी देगी और उपचुनाव में किसी भी सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को दो सीटें गाजियाबाद और खैर सीट दी है, लेकिन कांग्रेस दोनों ही सीट पर अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नहीं है। इसलिए कांग्रेस अपना कोई भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं उतारेगी।
बता दें कि कांग्रेस की तरफ से पांच सीटों मांगी गई थी। कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी से उन सीटों की मांग की थी जहां बीजेपी को 2022 के चुनाव में हार मिली थी। लेकिन बात नहीं बन पाई तो कांग्रेस की तरफ से फूलपुर और मंझवा सीट मांगी गई। लेकिन अखिलेश यादव ने इन दोनों ही सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए।हालांकि, गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी ने गाजियाबाद और अलीगढ़ की खैर सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी। इन दोनों ही सीटों पर इंडिया गठबंधन के लिए राह आसान नहीं है। यहां बीजेपी काफी मजबूत है। यही वजह है कि कांग्रेस अपने हिस्से की दो सीटों को बदलना चाह रही थी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया, जिसके बाद अब कांग्रेस ने मन बना लिया है कि वह अपने हिस्से की दोनों सीटों को भी सपा को दे देगी। पार्टी चुनाव में सपा का समर्थन करेगी। इसका ऐलान भी जल्द किया जाएगा।
जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें कटेहरी, करहल, मीरापुर, कुंदरकी, फूलपुर, सीसामऊ, गाजियाबाद, मझवां और खैर शामिल हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की शुरुआत 18 अक्टूबर से हो गयी और अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है। नामांकन पत्रों की जांच 28 अक्टूबर को होगी। नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है। मतदान 13 नवंबर को होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।