मुख्यमंत्री योगी मैनपुरी के करहल विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को 375 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर जुबानी हमले किए। उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि मैनपुरी जो कभी वीवीआईपी जनपद माना जाता था, फिर भी विकास में क्यों पिछड़ गया। मैनपुरी तो मयन, मार्कण्डेय, च्यवन जैसे हमारे महान ऋषियों की धरती रही है। यहां की धरती का संबंध स्वाधीनता संग्राम से जुड़े नायकों स्वतंत्रता सेनानियों से है। फिर भी मैनपुरी के सामने पहचान का संकट खड़ा करने वाले कौन लोग हैं? ये वही लोग हैं, जिन लोगों ने आपके सामने पहचान का संकट तो खड़ा किया ही, प्रदेश के सामने भी अस्तित्व का संकट खड़ा किया।
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि अराजकता और गुंडागर्दी इनके डीएनए में है। इनका मॉडल विकास का नहीं बल्कि ये लोग विकास के कार्यों में लूट मचाने वाले हैं। इनका कारनामा वही है जो अयोध्या में एक निषाद बेटी के साथ समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा किया गया था। इनके वास्तविक कारनामे देखने हों तो कन्नौज में घटी घटना और ‘नवाब ब्रांड’ इनका वास्तविक चेहरा हैं। उन्होंने पहले सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न किया, प्रदेश को दंगों की आग में झोंका। नौजवानों को मिलने वाली नौकरियों में डकैती डाली।
योगी ने आगे कहा कि कल ही एक हजार नौजवानों को सरकारी नौकरियों का नियुक्ति पत्र देने जा रहे हैं। 2017 के पहले हर नौकरी बिकती थी, उसकी नीलामी होती थी। वसूली में चाचा और भतीजा समान भागीदार होते थे। बाद में, जब ज्यादा वसूली होती थी तो चाचा को धकेल दिया जाता था, भतीजा अकेले ही बैग लेके भाग जाता था। यही दृश्य पूरे प्रदेश का हुआ करता था। इन लोगों को प्रदेश और मैनपुरी की चिंता नहीं बल्कि स्वयं की चिंता थी। जब इनको लगा कि उत्तर प्रदेश अब इनके लिए सुरक्षित नहीं है तो दुनिया के अलग-अलग देशों में द्वीप खरीदने लगे, मगर हमें और आपको तो इसी प्रदेश में रहना है।
सीएम योगी ने तंज कसते हुए कहा कि चाचा की तो नियति ही है धक्का खा करके वहीं पड़े रहना, लेकिन प्रदेशवासियों को धक्का खाने की जरूरत नहीं है। उन्हें खुद को उबारना पड़ेगा और सम्मान के साथ राष्ट्रवादी मिशन के साथ जुड़कर लड़ने की आदत डालनी पड़ेगी।