शुक्रवार को आप विधायक और केजरीवाल कैबिनेट में मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। यह कार्रवाई सीमापुरी विधायक के आप के इस्तीफे के जवाब में हुई, जिसके दौरान उन्होंने सामाजिक न्याय की लड़ाई को तेज करने की इच्छा व्यक्त की थी। यह घटनाक्रम महत्वपूर्ण है क्योंकि यह तब हुआ जब कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए गठबंधन पर चर्चा कर रहे थे। पार्टी नेता पवन खेड़ा, दिल्ली प्रमुख देवेंद्र यादव और महासचिव केसी वेणुगोपाल की उपस्थिति में गौतम कांग्रेस के सदस्य बने।
हालांकि, इसको लेकर कांग्रेस पर भाजपा हमलावर हो गई है। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की बार बार सनातन धर्म का, हिन्दू देवी देवताओं का अपमान करने के दोषी अरविंद केजरीवाल के निकटस्थ सहयोगी एवं पूर्व मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम को आज कांग्रेस में शामिल करना कांग्रेस नेतृत्व एवं राहुल गांधी को मुबारक हो। उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल के इशारे के बाद ही कांग्रेस ने सनातन धर्म विरोधी राजेन्द्र पाल गौतम को दिल्ली कांग्रेस के नही अखिल भारतीय कांग्रेस के मंच से पार्टी में शामिल करने का सम्मान दिया।
सचदेवा ने कहा कि सनातन धर्म विरोधी राजेन्द्र पाल गौतम को अखिल भारतीय कांग्रेस मंच से पार्टी में लेकर राहुल गांधी ने स्थापित कर दिया की कांग्रेस सनातन धर्म विरोधियों की शरणस्थली है। सचदेवा ने कहा है कि कोई भी पार्टी राजेन्द्र पाल गौतम को शामिल नही करती। पर लगता है की लायबिलिटी बनने के बाद भी अरविंद केजरीवाल अपने निकटस्थ साथी राजेन्द्र पाल गौतम का राजनीतिक भविष्य बचाना चाहते थे जिसके चलते उन्होने अपने कांग्रेस के मित्रों से राजेन्द्र पाल गौतम को शामिल करने को कहा।