उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बहुचर्चित मामले उमेशपाल हत्याकांड में फरार आरोपी अशरफ के साले सद्दाम को गिरफ्तार करने के बाद एसटीएफ टीम लगातार उससे पूछताछ कर रही है। इस पूछताछ के बाद कई राज खुलकर सामने आए है और उमेशपाल की हत्या को लेकर भी सद्दाम ने कई खुलासे किए है। सद्दाम ने बताया कि उमेशपाल की हत्या के सारे इंतजाम उसने खुद किए थे और शूटरों को छुपाने का भी इंतजाम किया था। एसटीएफ ने सद्दाम के पास से दो मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है।

बता दें कि सद्दाम अशरफ की पत्नी जैनब का भाई है। जेल में अशरफ से अवैध मुलाकात कराने और सहूलियत पहुंचाने के मामले में सद्दाम के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। सद्दाम बरेली जेल में ऐशो-आराम की सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जेल अधिकारियों को संभवत, घूस के रूप में तरह-तरह के तोहफे देता था। जेल में बंद रहने के दौरान अशरफ और अब्दुल समद उर्फ सद्दाम ने पुलिस अधिकारियों को मारने, गवाहों को धमकाने और जेल से रंगदारी वसूलने की अक्सर साजिश रचा करते थे। उमेशपाल की हत्या के बाद भी उस पर मुकदमा दर्ज था। इसके बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था। उस पर एक लाख का इनाम भी घोषित था। एसटीएफ और पुलिस की टीम हत्याकांड के बाद से ही इसे पकड़ने के लिए दबिश दे रही थी। जिसके बाद एसटीएफ बरेली यूनिट ने इसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है।

STF की पूछताछ में सद्दाम ने बताया कि उमेशपाल की हत्या का ताना बाना तो अशरफ ने रचा था, लेकिन हत्या के इंतजाम उसने खुद किए थे। हत्या से 15 दिन पहले सद्दाम ने रिश्ते के भाई अब्दुल बारी के नाम पर काले रंग की कार खरीदी थी। बाद में उसका इस्तेमाल उमेश की हत्या में शामिल रहे गिरोह के बदमाशों को शहर बदलते रहने में किया गया। खुद भी अब इसी कार से भागता फिर रहा था। एसटीएफ ने सद्दाम के पास से दो मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है। इसका भी रजिस्ट्रेशन नंबर 0016 है। यह गिरोह इसी नंबर की गाड़ियां लेता है। इस कार को लोगों की नजरों से छिपाकर रखा गया था। आरोपियों ने फरार होने के लिए इसी कार का इस्तेमाल किया था।

मिली जानकारी के मुताबिक पता चला है कि उमेशपाल की हत्या के बाद शूटरों को कहां छुपाया है, सद्दाम ने इसकी तैयारी भी पहले से की गई थी। सद्दाम उमेश पाल की हत्या से 21 दिन पहले दो फरवरी को अपनी सफेद कार से झांसी गया था। झांसी में तेज रफ्तार में कार चलाने के कारण उसका चालान भी हुआ था। हत्याकांड से पहले झांसी जाकर सद्दाम ने असद और उसके साथी मोहम्मद गुलाम के छिपने का इंतजाम किया था। अप्रैल में असद और मोहम्मद गुलाम का झांसी जिले के पारीछा डैम ब्रिज के पास यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया था। फिलहाल, सद्दाम से पूछताछ जारी है अभी और भी राज खुलकर सामने आ सकते है।

 

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