कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि संभल में जो हिंसा हुई है वह उचित नहीं है और आज हिंदुओं और सनातनियों में यही डर है कि अगर 2024 में जांच एजेंसियां अदालत के आदेश पर जांच करने जाए तो हिंसा भड़क सकती है और मौतें हो सकती हैं।
कल्पना कीजिए कि 2044 में क्या हो सकता है। इसलिए जनसंख्या नियंत्रण होना चाहिए। हम इसलिए सनातन बोर्ड की मांग कर रहे हैं। कम से कम हम अपने सनातनी स्थानों को बचा सकेंगे।
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, “मेरी एक प्रार्थना है कि जो हिंसा में शामिल हैं उन्हें इतनी बड़ी सजा मिलनी चाहिए जिससे वे भविष्य में ऐसा करने की सोच भी न सकें। सभी सनातनियों से कह रहे हैं कि सनातन बोर्ड की गहराई को समझें। इस बोर्ड के पीछे के उद्देश्य को समझिए। हम सब मिटते हुए भारत को नहीं देख सकते हैं। हम लोग उभरते हुए भारत को देखना चाहते हैं। अगर हम भारत को आगे बढ़ते देखना चाहते हैं तो इसके लिए बहुत जरूरी है कि ऐसी विचारधारा का हनन होना चाहिए, उन पर विराम लगना चाहिए।”
प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने संभल घटना पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि भारत में कई ऐसे जिले और गलियां हैं, जहां पुलिस प्रशासन और हाई कोर्ट का ऑर्डर भी नहीं जा सकता है। संभल एक छोटी पिक्चर है। इसीलिए एक होकर “सनातन बोर्ड” की मांग कीजिए, वरना जो संभल में हुआ वह कल आपकी अपनी गली में भी हो सकता है। इन सभी से एक मजबूत सनातन बोर्ड ही बचाएगा।