उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम पर आक्रोशित लोगों ने पथराव कर दिया। यह घटना 5 दिन में दूसरी बार हुई है, जब सर्वे टीम को मुस्लिम समुदाय के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। फिलहाल, इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है, और डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे हैं।
आज सुबह करीब 6 बजे डीएम (जिलाधिकारी) और एसपी (पुलिस अधीक्षक) के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। जैसे ही टीम को मस्जिद के पास देखा वहां मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। खासकर यह सवाल उठाए गए कि छुट्टी के दिन क्यों सर्वे किया जा रहा है? इस विरोध के बाद 1,000 से अधिक लोग मस्जिद के बाहर इकट्ठा हो गए। जब भीड़ मस्जिद के अंदर घुसने की कोशिश करने लगी तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस दौरान भगदड़ मच गई और स्थिति और भी बिगड़ गई।
भीड़ के बढ़ने और मस्जिद के अंदर घुसने की कोशिश करने पर पुलिस ने उन्हें खदेड़ा। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। सुरक्षा बलों को नियंत्रण पाने के लिए मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे।
पथराव और बवाल पर एसपी केके विश्नोई ने कहा कि यह सर्वे माननीय न्यायालय के आदेश पर किया जा रहा था। पहले प्रयास में सर्वे सही तरीके से नहीं हो पाया था इसलिए आज सुबह का समय तय किया गया था। एसपी ने बताया कि जामिया कमेटी ने भी सर्वे के लिए पुलिस को पूरा सहयोग दिया था। हालांकि अचानक भीड़ जमा हो गई और मस्जिद के अंदर घुसने लगी जिसे पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया।
फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और पुलिस की भारी तैनाती की गई है। डीएम और एसपी मौके पर मौजूद हैं, और स्थिति को शांत करने के प्रयास किए जा रहे हैं।