संदेशखाली में हिंदू महिलाओं के साथ हुए दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद हो रहे विवाद के बीच पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को 10 मार्च को ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक मेगा रैली का आयोजन किया है। इस जनसभा को दौरान ममता बनर्जी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने अभियान की शुरुआत करेगी।
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि रैली में बुआ और भतीजा, दोनों समेत नेतृत्व मुख्य रूप से विभिन्न केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं के तहत राज्य सरकार के लंबित केंद्रीय बकाया के मुद्दों को उजागर करेगा, जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना और मनरेगा के तहत 100 दिन के रोजगार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल ने ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक ऐसी ही मेगा रैली का आयोजन किया था, जिसमें कांग्रेस जैसे राष्ट्रीय दलों के साथ-साथ अन्य राज्यों के क्षेत्रीय दलों के शीर्ष नेताओं ने भाग लिया था। संयोग से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मार्च में ही पश्चिम बंगाल का दौरा करने वाले हैं और पूरी संभावना है कि वह 6 मार्च या 7 मार्च को उत्तर 24 परगना जिले में एक रैली को संबोधित करेंगे।
उम्मीद है कि प्रस्तावित रैली में वह स्थानीय महिलाओं द्वारा स्थानीय तृणमूल नेताओं पर यौन उत्पीड़न और उनके खिलाफ हिंसा का आरोप लगाने पर उसी जिले के संदेशखाली में हुए हालिया घटनाक्रम पर प्रकाश डालेंगे। राजनीतिक पर्यवेक्षकों की राय है कि तृणमूल ने जानबूझकर अपनी मेगा रैली की तारीख 10 मार्च चुनी है, ताकि प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए मुद्दों का भी वहां मुकाबला किया जा सके। बता दें कि वह अब तक ममता बनर्जी ने संदेशखाली को लेकर किसी भी तरह का बयान नहीं दिया हैं। उन्होंने टीएमसी नेता शेख शाहजहां पर भी पूरी तरह से चुप्पी साध रखी हैं।