शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को दावा किया कि महाराष्ट्र, दिल्ली और झारखंड में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए गए विपक्षी नेताओं के खिलाफ कोई सबूत नहीं है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक अदालत द्वारा जमानत दिए जाने के एक दिन बाद राउत की यह टिप्पणी आई है।
राउत ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कथित धन शोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा अपनी गिरफ्तारी और केजरीवाल, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख व नवाब मलिक जैसे अन्य विपक्षी नेताओं की अलग-अलग मामलों में हुई गिरफ्तारियों के बीच तुलना की।
राउत ने कहा, ”महाराष्ट्र, दिल्ली और झारखंड में जिन (विपक्षी) नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है।”
शिवसेना (UBT) के सांसद ने दावा किया कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) में कथित ‘खिचड़ी’ और कोविड-19 घोटाले में गिरफ्तारियां भी राजनीतिक कारणों से की गई थीं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल का एकमात्र अपराध यह है कि उनकी पार्टी ने 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराया था। उन्होंने कहा, ”इसी वजह से उन्हें (केजरीवाल) झूठे मामलों में फंसाया गया।” ईडी ने केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था।