उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सावन के पहले सोमवार को शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखी। रामनगर तहसील के प्रसिद्ध लोधेश्वर महादेव में उम्मीद से ज्यादा श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने के चलते घंटों लाइन में लगकर भक्तों ने अपनी बारी का इंतजार किया।
उत्तर भारत के प्रसिद्ध बाराबंकी के पांडव कालीन पौराणिक लोधेश्वर महादेवा मंदिर में सावन भर चलने वाले मेले में भक्तों की भीड़ रहती है। रविवार की शाम से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा हो गया था। रात सवा 12 बजे पुजारी विरेन्द्र शास्त्री ने पूजा-अर्चना की, इसके बाद भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए। जिले के लोधेश्वर महादेवा सहित अन्य शिवालयों में भी भक्तों की भारी भीड़ और हर-हर बम-बम की गूंज रही। वातावरण शिवमय हो गया।
जिसे देखे वह शिवालयों की ओर हाथ में लोटा और बेलपत्र आदि पूजन सामग्री लेकर जाता दिखा। श्री लोधेश्वर महादेव में जलाभिषेक की तैयारियां जिला प्रशासन ने पहले ही पूरी कर ली थी। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए हैं। मान्यताओं के अनुसार सावन के दिनों में श्री लोधेश्वर महादेव में जलाभिषेक करने से सभी शिव भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती है। आज सावन के पहले सोमवार को रामनगर तहसील क्षेत्र में स्थित पांडव कालीन पौराणिक लोधेश्वर महादेवा मंदिर में करीब 5 लाख श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया।
बता दें कि सावन के इस माह में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है। शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक करने के लिए शिव भक्तों की भीड़ है। यहां तक कि श्री लोधेश्वर महादेवा में रुद्राभिषेक के लिए शिव भक्तों को पहले से अग्रिम बुकिंग करानी पड़ रही है। पुजारी वीरेंद्र शास्त्री के मुताबिक, रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव हर मनोकामना पूरी करते हैं।
सावन के पहले सोमवार को रामनगर के लोधेश्वर महादेवा के अलावा सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के कुंतेश्वर महादेव, हैदरगढ़ क्षेत्र के औसानेश्वर महादेव, सिद्धौर के सिद्धेश्वर महादेव, त्रिवेदीगंज के सोमेश्वर महादेव, रामसनेहीघाट के बुढ़वा बाबा महादेव, बंकी के खसपरिया स्थित मत्थेश्वर महादेव व जिला मुख्यालय पर नागेश्वर नाथ महादेव मंदिर सहित सभी जगह भक्तों की लंबी कतारें रहीं।