बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने स्कूलों में शिक्षकों की भूमिका एवं दायित्व को लेकर सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है। उन्होंने डीईओ को शिक्षकों को मार्गदर्शिका देने के निर्देश दिए हैं। शिक्षकों की भूमिका व दायित्वों को पांच श्रेणियों में बांटा गया है, जिसमें छात्र स्वरूप, विद्यालय प्रबंधन, छात्र प्रबंधन, अभिभावक प्रबंधन शामिल हैं।
इसके साथ ही अपर मुख्य सचिव ने हर दिन चेतना सत्र चलाने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक 10 मिनट पहले स्कूल पहुंचेगे और ई- शिक्षा कोष एप पर हाजिरी लगाएंगे। डॉ. एस सिद्धार्थ द्वारा जारी पत्र में लिखा है, “शिक्षा विभाग, बिहार सरकार राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने एवं सभी विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु प्रतिबद्ध है। इस संबंध में विद्यालयों में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है जिसमें शिक्षक ही बच्चों के समग्र विकास को सकारात्मक दिशा प्रदान करता है। विद्यार्थियों की शैक्षणिक उपलब्धि के साथ-साथ उनके सामाजिक एवं भावनात्मक व्यवहार का परिमार्जन कर उन्हें भविष्य का श्रेष्ठ नागरिक बनाना उनका दायित्व है। यह आवश्यक है शिक्षक अपने विद्यालय एवं विद्यार्थियों के हित में अपने कर्तव्यों का निर्वहन दृढतापूर्वक करें।”
अपर मुख्य सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि राज्य के सभी विद्यालयों में विभाग द्वारा जारी शिक्षक मार्गदर्शिका उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें ताकि शिक्षकों तक मार्गदर्शिका पहुंच सके एवं उसका अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।