शामली नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक के दौरान हंगामेदार स्थिति पैदा हो गई, जहां नगर पालिका अध्यक्ष अरविंद संगल और विधायक प्रसन्न चौधरी मौजूद थे। नगर परिषद में चार करोड़ की विकास परियोजनाओं पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक देखते ही देखते दो परिषद सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक और मारपीट में तब्दील हो गई। नगर पालिका बोर्ड की बैठक पूरी तरह से कुश्ती के मैदान में तब्दील हो गई और दोनों सदस्यों ने बाएं, दाएं और केंद्र में एक-दूसरे पर घूंसे बरसाए।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को शामली में एक बैठक में नगर परिषद सदस्यों द्वारा एक-दूसरे पर मुक्के बरसाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जब विकास कार्य हुए ही नहीं तो समीक्षा बैठक में और क्या होता, इसीलिए शामली में सभासदों के मध्य जमकर शारीरिक प्रहारों का आदान-प्रदान हुआ। भाजपा राज का सबक : समीक्षा बैठक में अपनी सुरक्षा का प्रबंध स्वयं करके आएं। पूरी घटना पुलिस और वरिष्ठ नेताओं के सामने हुई।
जब विकास कार्य हुए ही नहीं तो समीक्षा बैठक में और क्या होता, इसीलिए शामली में सभासदों के मध्य जमकर शारीरिक प्रहारों का आदान-प्रदान हुआ।