हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद कैराना में यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर पहुंच गया है। जलस्तर के खतरे के निशान की ओर बढ़ने के कारण तटवर्ती गांवों के लोग बाढ़ को लेकर चिंतित हैं। प्रशासन की ओर से बाढ़ नियंत्रण चौकियों के साथ ही राजस्व विभाग के कर्मचारियों को विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, आपको बता दें कि पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में बारिश के चलते हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्थित हथिनीकुंड बैराज से एक दिन पूर्व यमुना नदी में अधिकतम 2,51,987 क्यूसेक पानी प्रवाहित किया गया था। इसके बाद रविवार को यमुना नदी के जलस्तर में एकाएक वृद्धि दर्ज की गई है, जिसके चलते यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु 231 मीटर से ऊपर पहुंच गई। वर्तमान में ब्रिज पर यमुना नदी का बहाव 231.13 मीटर पर है। जबकि यहां से खतरे का निशान 231.50 मीटर पर रह जाता है। फिलहाल, यमुना नदी के जलस्तर में और वृद्धि होने की संभावनाएं जताई जा रही है।
इसी को लेकर खादर क्षेत्र में खेती करने वाले किसान और आसपास के गांवों में रहने वाले लोग बाढ़ की आशंका को लेकर डरे हुए हैं। हालांकि, क्षेत्र में अभी किसी प्रकार के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। दूसरी ओर यमुना नदी के जलस्तर बढ़ने को लेकर प्रशासन की ओर से बाढ़ नियंत्रण चौकियों को अलर्ट किया गया है। ड्रेनेज विभाग और राजस्व विभाग के कर्मचारियों को विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। ड्रेनेज विभाग के जेई अशोक कुमार ने बताया है कि रविवार सुबह आठ बजे हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 1,42,603 क्यूसेक पानी प्रवाहित किया गया है। विभाग की ओर से क्षेत्र में विशेष निगरानी की जा रही है।