कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष उद्योगपति गौतम अडानी मामले में जेपीसी मांग के लिए अड़ा हुआ है। इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष शरद पवार ने एक बार फिर जेपीसी को लेकर अपनी आशंकाएं जाहिर की हैं। उन्होंने रविवार को फिर से दोहराया कि अडाणी मामले मे जेपीसी जांच की मांग सही फैसला नहीं है। इसे लेकर शरद पवार शुरू से समर्थन में नहीं हैं। हालांकि वह पहले भी कहते रहे हैं कि अडानी मामले में यह सही सॉल्यूशन नहीं है। ऐसे में JPC से बेहतर सुप्रीम कोर्ट की कमेटी होगी। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी में टूट की अटकलों पर को लेकर भी बड़ा बयान दिया है।
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने रविवार को एनसीपी में टूट की अटकलों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर कोई अलग होने की कोशिश कर रहा है (एनसीपी से अजीत पवार), तो यह उनकी रणनीति है। वे ऐसा कर रहे होंगे। उन्होंने कहा कि यदि हमें कोई स्टैंड लेना है, तो हम कड़ा स्टैंड लेंगे। इस पर कुछ भी बोलना सही नहीं है।
शरद पवार ने एक बार फिर जेपीसी को लेकर अपनी राय रखी है। उन्होंने फिर से दोहराया कि अडाणी मामले मे जेपीसी जांच की मांग सही फैसला नहीं है। हालांकि वह पहले भी कहते रहे हैं कि अडानी मामले में यह सही सॉल्यूशन नहीं है। उनका कहना है कि 21 लोगों की कमेटी में 15 बीजेपी के होंगे। इस कमेटी में विपक्ष के सिर्फ 6 लोग ही शामिल होंगे। ऐसे में क्या सच सामने आएगा।
शरद पवार ने अडानी मामले में कहा कि JPC सॉल्यूशन नही है। उनका तर्क है कि 21 लोगों की समिति में 15 लोग भाजपा के होंगे और 6 विपक्ष के और JPC का अध्यक्ष भी उनका होगा। ऐसे में JPC से बेहतर सुप्रीम कोर्ट की कमेटी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष अगर JPC की मांग कर रहा है तो मैं उनका विरोध भी नहीं करूंगा साथ रहूंगा।