केंद्र सरकार के लाए जा रहे अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार विपक्षी नेताओं से संपर्क साध रहे हैं। इस बीच अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगने के लिए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से भी समय मांगा, जिसको लेकर कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली और पंजाब के नेताओं संग बैठक की।
2024 में आम आदमी पार्टी से गठबंधन के सवाल पर पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू बोले अगर वैचारिक मतभेद हैं तो गठबंधन नहीं बन सकता है। बैठक में क्या हुआ वह गोपनीय है उस पर कांग्रेस अध्यक्ष या राहुल गांधी जी बात करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पंजाब के नेताओं के साथ बैठक की। जिसमें पार्टी के नेता प्रताप सिंह बाजवा, नवजोत सिंह सिद्धू, राजा वारिंग, मनीष तिवारी, हरीश चौधरी, आशु और अन्य ने हिस्सा लिया।
इससे पूर्व बैठक में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी, पूर्व अध्यक्ष जेपी अग्रवाल, अजय माकन, सुभाष चोपड़ा, अरविंदर सिंह लवली के साथ मनीष चतरथ, देवेंद्र यादव और हारून यूसुफ को बुलाया गया था।
बैठक में, पार्टी नेतृत्व को बताया गया कि आप के साथ कोई गठबंधन नहीं होना चाहिए, जबकि माकन ने कहा कि पार्टी को अध्यादेश पर अपना समर्थन नहीं देना चाहिए।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा था, भाजपा सरकार द्वारा पारित अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक अध्यादेश के खिलाफ संसद में कांग्रेस का समर्थन लेने और संघीय ढांचे पर हमले पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी जी से मिलने का समय मांगा है। आप नेता के अनुरोध के बाद कांग्रेस सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी अभी भी उनके अनुरोध पर विचार कर रही है।