आंध्र प्रदेश में शनिवार को भारी बारिश के चलते विजयवाड़ा में लैंडस्लाइड गो गया। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, लैंडस्लाइड विजयवाड़ा के मोगलराजपुरम इलाके में हुआ, जब भारी बारिश के कारण बड़े-बड़े पत्थर मृतकों के घरों पर गिर गए। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भूस्खलन पीड़ितों के परिजन को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, “विजयवाड़ा के मोगलराजपुरम में भूस्खलन हुआ, जिससे चार लोगों की मौत हो गई। नायडू ने मौतों पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।”
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भूस्खलन की आशंका वाले स्थानों से लोगों को दूर स्थानांतरित करने का निर्देश दिया क्योंकि अगले दो से तीन दिनों में भारी बारिश होने का अनुमान है। गुंटूर जिले के पेदाकाकानी गांव में, एक कार के उफनती धारा को पार करते समय बह जाने के कारण उसमें सवार एक शिक्षक और दो छात्रों की मौत हो गई, जो अपने घर लौट रहे थे। गुंटूर जिले के पुलिस अधीक्षक एस. सतीश ने बताया, “घटना अपराह्न 12:30 बजे के आसपास हुई। बारिश के कारण कक्षाएं निलंबित होने के बाद, शिक्षक दो छात्रों के साथ स्कूल से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित गांव के लिए रवाना हुए तभी धारा को पार करते समय उनकी कार बह गई।”
अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में विजयवाड़ा समेत आंध्र प्रदेश के कई स्थानों पर लगातार बारिश हुई। शनिवार सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटे के दौरान विजयवाड़ा शहर में 18 सेंटीमीटर बारिश हुई। शहर में शनिवार को भी बारिश होती रही। विजयवाड़ा नगर आयुक्त एचएम ध्यानचंद्र ने कहा कि नगर निकाय की कई टीम पंपों का उपयोग करके जलमग्न सड़कों से पानी को वापस नहरों में डालने की दिशा में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि शहर में 22 स्थान प्रभावित हुए हैं, जहां नागरिक निकाय की टीमें पानी का रुख मोड़ने के लिए तड़के चार बजे से काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ की आशंका वाले कुछ वार्ड में बारिश का पानी घरों में भी घुस गया है। उन्होंने कहा कि लगातार बारिश से राहत अभियान प्रभावित हो रहा है।
इस बीच, ध्यानचंद्र ने कहा कि प्रभावित लोगों के रहने के लिए शहर के सभी समुदाय भवन खोल दिए गए हैं, उनके लिए भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था की गई है। विजयवाड़ा के अलावा, मछलीपट्टनम में भी 18 सेंटीमीटर (सेमी) बारिश हुई। वहीं, गुडीवाड़ा मे 17 सेमी, कैकालुरु मे 15 सेमी, नरसापुरम में 14 सेमी, अमरावती में 13 सेमी, मंगलागिरी में 11 सेमी और नंदीगामा व भीमावरम मे 11-11 सेमी बारिश हुई। मौसम विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, राज्य में कई अन्य स्थान पर 1 से 9 सेमी के बीच वर्षा दर्ज की गई। गुंटूर शहर में कई सड़कें और विजयवाड़ा व गुंटूर के बीच काजा टोल प्लाजा में भी बारिश का पानी भर गया। भारी बारिश के कारण राज्य के कई शहरों में सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
वहीं, मौसम विभाग ने कहा कि उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों के आसपास बने दबाव क्षेत्र के पश्चिम, उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ने का अनुमान है। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने मौसम की स्थिति की समीक्षा करने के लिए अधिकारियों के साथ ‘टेलीकांफ्रेंस’ की क्योंकि अगले तीन दिन भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है। उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया और तालाबों की निगरानी के लिए सिंचाई व राजस्व विभागों के बीच समन्वय का आह्वान किया। इससे पहले मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को भारी बारिश होने का अनुमान जताया, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र तीव्र होकर अवदाब में बदल गया है। इसके अलावा, मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।