यूट्यूबर एल्विश यादव ने वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए थे। यहां उन्होंने फोटो भी खिचवाई थी, जिसको लेकर अब उनके खिलाफ विरोध तेज हो गया है।
वाराणसी के गंगा किनारे स्थित घाटों पर एल्विश यादव के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं। उन्हें सांपों के जहर का सौदागर बताया गया है। साथ ही एल्विश को वीआईपी दर्शन कराने को लेकर जांच की मांग की गई है।
पोस्टर में लिखा है कि भोलेनाथ को सांप पसंद हैं, सांपों के जहर का सौदागर नहीं। एल्विश यादव को हमारे आराध्य काशी विश्वनाथ धाम में वीआईपी ट्रीटमेंट की जांच कर कार्रवाई की जाए। ये पोस्टर दीपक सिंह नाम के शख्स द्वारा गंगा किनारे घाटों पर लगाए गए हैं।
पोस्टर लगवाने वाले दीपक सिंह राजपूत ने कहा, “बाबा विश्वनाथ की नगरी में देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। कांवड़िए और आम जनता लाइन में लगकर बाबा के दर्शन करते हैं। लेकिन, सांपों के जहर के सौदागर एल्विश यादव को वीआईपी ट्रीटमेंट देकर मंदिर में दर्शन कराए गए। वह कुछ दिन पहले ही जेल से छूटकर आया और उस पर सांपों के जहर का सौदा करने का आरोप है। यही नहीं, कुछ दिन पहले ही ईडी ने उससे घंटों तक पूछताछ भी की, लेकिन इसके बावजूद उसे मंदिर में वीआईपी दर्शन कराया गया।”
उन्होंने मंदिर समिति पर सवाल उठाए और कहा, “आम जनता घंटों लाइन में लगकर बाबा का आशीर्वाद लेती है, लेकिन एल्विश यादव को किस आधार पर मंदिर में वीआईपी दर्शन कराए गए। इस बात का मंदिर समिति को जवाब देना चाहिए। हिंदुस्तान के सभी सनातनी समाज के लोग इस बात से आहत हैं और हम इसका विरोध करते हैं। जो शख्स सांपों के जहर का सौदा करता है, उसे मंदिर में वीआईपी दर्शन कराना सही नहीं है। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और जेल भेजना चाहिए।”
बता दें कि एल्विश उत्तर प्रदेश के वाराणसी दौरे पर आए थे। यहां उन्होंने अपनी टीम के साथियों के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किए थे। एल्विश यादव के खिलाफ काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में तस्वीरें क्लिक करने को लेकर वाराणसी के उपायुक्त से शिकायत की गई थी।
मंदिर के अंदर फोटोग्राफी के आरोप को लेकर संयुक्त पुलिस आयुक्त के. एजिलरसन ने बताया कि कुछ लोगों ने एल्विश यादव के खिलाफ शिकायत दी है। इस संबंध में जांच के आदेश दे दिए हैं और उचित कार्रवाई की जाएगी।