वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे के लिए आए और हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई प्रमुख नेताओं ने उनका स्वागत किया। दौरान प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र को तकरीबन 1784 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सबके प्रयास से निकलता है नया रास्ता टीबी हारेगा, भारत जीतेगा। उन्होंने कहा कि टीबी खत्म करने का ग्लोबल। टीबी मरीजों की संख्या कम हो रही है। अब इलाज में तकनीक का प्रयोग हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ में कहा कि 2014 के बाद से भारत ने जिस नई सोच व दृष्टिकोण के साथ टीबी के खिलाफ काम करना शुरू किया, वह वाकई अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि नौ वर्षों में टीबी के खिलाफ लड़ाई में भारत ने जनभागीदारी, पोषण के लिए विशेष अभियान, इलाज के लिए नई रणनीति समेत अनेक मोर्चों पर एक साथ काम किया है। मोदी ने कहा, ”नौ वर्षों में टीबी के खिलाफ लड़ाई में भारत ने अनेक मोर्चों पर एक साथ काम किया है जैसे जनभागीदारी, पोषण के लिए विशेष अभियान, इलाज के लिए नई रणनीति, तकनीक का भरपूर इस्तेमाल और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले ‘खेलो इंडिया’ और योग जैसे अभियान।” इसके पहले प्रधानमंत्री ने टीबी रोकथाम उपचार (टीपीटी) की आधिकारिक शुरुआत के रूप में टीबी मुक्त पंचायत समेत अनेक परियोजनाओं और क्षयरोग के लिए एक परिवार केंद्रित देखभाल मॉडल की शुरूआत की।
उन्होंने इस मौके पर भारत की वार्षिक टीबी रिपोर्ट 2023 भी जारी की। मोदी ने ‘नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड हाई कंटेनमेंट’ प्रयोगशाला की वाराणसी शाखा की आधारशिला भी रखी और ‘मेट्रोपॉलिटन पब्लिक हेल्थ सर्विलांस यूनिट’, वाराणसी का अनावरण किया। इस कार्यक्रम में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री डॉ मनसुख मांडविया व उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मोदी का स्वागत किया। इस आयोजन में दुनिया के कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। ‘स्टॉप टीबी पार्टनरशिप’ की अधिशासी निदेशक डॉ लुसिका दितिउ ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भारत में 2025 तक क्षय रोग समाप्त हो जाएगा। उन्होंने नारा दिया ”टीबी हारेगा-इंडिया जीतेगा, टीबी हारेगी-दुनिया जीतेगी।”