भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कोलकाता में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि आयोग लोकसभा चुनाव की निगरानी के लिए केंद्रीय एजेंसियों को भी शामिल करेगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि निगरानी के लिए अलग से एक पोर्टल खोला जाएगा, जिसमें सभी केंद्रीय एजेंसियों को शामिल किया जाएगा।

उन्होंने कहा, “सी-विजिल : नागरिक सतर्क रहें’ नाम से एक मोबाइल एप लॉन्च किया जाएगा। इस एप्लिकेशन के जरिए कोई भी व्यक्ति चाहे तो अपने क्षेत्र में होने वाली चुनावी अनियमितता या हिंसा के बारे में फौरन जानकारी दे सकेंगे।”

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि निर्वाचन आयोग की संपूर्ण पीठ ने पश्चिम बंगाल दौरे में सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक की थी।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव में धन और बल के दुरुपयोग के अलावा अधिकारियों द्वारा कोताही बरतने की भी शिकायत मिलती है। आमतौर पर शिकायत में कहा जाता है कि अधिकारी निष्पक्ष ढंग से काम नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, “एक राजनीतिक दल को छोड़कर सभी पार्टियों ने अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात करने का निवेदन किया है। एक राजनीतिक दल ने एक ही चरण में पश्चिम बंगाल में चुनाव कराने का आग्रह किया।”

उन्होंने कहा कि राज्य के सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस को शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के निर्देश दिए गए हैं।

पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “मतदान त्योहार के रूप में होना चाहिए। राज्य के सभी प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वो अपने सभी अधीनस्थ अधिकारियों को इस संदर्भ में संदेश भेजें, ताकि हिंसामुक्त चुनाव संपन्न हो सके।”

उन्होंने कहा कि महिलाओं और दिव्यांगों के लिए अलग से पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि चुनाव में काले धन के उपयोग पर अंकुश लगाने के लिए निवार्चन आयोग की ओर से कड़े कदम उठाए जाएंगे।

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