उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की चीफ मायावती ने पांच राज्यों में चुनाव प्रचार के बाद अब अगले साल होने वाले आम चुनाव को लेकर कमर कस ली है। मायावती ने लोकसभा चुनाव को लेकर गुरुवार को पार्टी कार्यालय पर एक अहम बैठक बुलाई है जिसमें यूपी और उत्तराखंड के पदाधिकारियों को बुलाया गया है।
बसपा कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है। बयान में कहा गया है कि पार्टी की चीफ मायावती 30 नवंबर को पार्टी कार्यालय पर उत्तराखंड और यूपी के पदाधिकारियों को संबोधित करेंगी। इसमें सभी जिलाध्यक्षों को भी बुलाया गया है।
इस अहम बैठक में आम चुनाव की तैयारियों पर मंथन किया जाएगा जबकि उम्मीदवारों के नामों को लेकर भी पदाधिकारियों से चर्चा की जाएगी। आम चुनाव के अलावा 6 दिसंबर को बाबा साहब अंबेडकर की पुण्यतिथि के मौके पर होने वाले कार्यक्रमों को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे।
आगामी लोकसभा और कई राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने तैयारियां तेज कर दी हैं। रणनीति बनाने के लिए बुधवार को लखनऊ में पार्टी के सभी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी। इसमें मायावती ने कहा था कि अक्सर देखा जाता है कि चुनाव में गठबंधन करने का फायदा नहीं मिलता है और दूसरी पार्टियां अपना वोट ट्रांसफर नहीं करा पाती हैं। ऐसे में किसी के साथ गठबंधन की कोई जरूरत नहीं है।
मायावती ने 2019 का लोकसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ा था। इस दौरान बसपा को दस सीटों पर जीत मिली थी जबकि सपा के खाते में पांच सीटें गईं थीं। हालांकि चुनाव समाप्त होते ही यह गठबंधन बिखर गया था। मायावती ने सपा पर वोट न ट्रांसफर करा पाने का आरोप लगाते हुए यह गठबंधन तोड़ दिया था।