आज भारत मां के सच्चे सपूत लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि है। इस खास दिन पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा हैं और उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।
पीएम मोदी ने भी उन्हें इस मौके पर याद करते हुए ट्वीट किया है कि ‘मैं लोकमान्य तिलक को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं आज पुणे में रहूंगा, जहाँ मैं लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार स्वीकार करूंगा। मैं वास्तव में आभारी हूं कि मुझे इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।’
‘स्वराज्य हा माझा जन्मसिद्ध हक्क आहे आणि तो मी मिळवणारच’ यानी कि ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं उसे लेकर ही रहूंगा’ का नारा देने वाले स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एक समाज सुधारक थे। उनका निधन 1 अगस्त 1920 को हुआ था। मराठी और हिंदी में उनके बहुत सारे भाषण लोकप्रिय हुए थे, जो लोगों के अंदर आज भी जोश भर देते हैं।
उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ भारत की स्वतंत्रता की नींव रखने में मदद की थी इसलिए वो स्वतंत्रता संग्राम के पहले नेता कहे जाते हैं। इसी वजह से लोग उन्हें प्यार से ‘लोकमान्य’ कहा करते थे, जिसका अर्थ होता है ‘लोगों द्वारा स्वीकृत’ ।
आपको बता दें कि पीएम मोदी को आज 41वां लोकमान्य तिलक पुरस्कार से नवाजा जाएगा। ये पुरस्कार तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट की ओर से दिया जा रहा है, जिसके बारे में ट्रस्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आमजन के बीच देशभक्ति की भावना को बढ़ावा दिया है और उनके सफल नेतृत्व में भारत विकास पथ पर लगातार आगे बढ़ रहा है।
मालूम हो कि पीएम मोदी को पुरस्कार के रूप में एक स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। पिछले साल ये पुरस्कार वरिष्ठ वैज्ञानिक टेसी थॉमस को दिया गया था। उन्होंने अग्नि-4 और अग्नि-5 मिसाइल के निदेशक के रूप में काम किया है उनके अनुपम योगदान से ही भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में कई ऊंचे मुकाम हासिल किए थे।