देहरादून। उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बालासोर रेल हादसे के बाद रेल मंत्री के इस्तीफे संबंधी प्रदेश कांग्रेस के बयानों पर पलटवार करते हुए राजनीति करने का आरोप लगाया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कटाक्ष किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी स्वयं स्वीकारते हैं कि उनकी सरकारों की हिम्मत अंग्रेजों के कार्यकाल की आलोचना करने की नहीं थी, लिहाज़ा उनके मंत्रियों की नैतिकता भी अपने कार्यकाल में रेल दुर्घटना में हज़ारों मौतों के वावजूद, सिर्फ जमीन लेकर नौकरी देने में ही नजर आई। भट्ट ने बालासोर रेल दुर्घटना को लेकर राजनीति करने वाले कांग्रेस नेताओं को आइना दिखाते हुए कहा कि यूपीए सरकार में लालू के रेल मंत्री काल में ही 1034 दुर्घटनाओं में 1159 लोगों की मृत्यु हुई, लेकिन उनकी नैतिकता नहीं जागी। उल्टा जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने में जुटे रहे।

इसी तरह,बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता मुखर्जी के कार्यकाल में भी दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटनाएं सामने आई। लिहाज़ा, कांग्रेस उनके सहयोगियों को राजनीति करने और किसी का इस्तीफा मांगने से पहले अपने दौर की बड़ी रेल दुर्घटनाओं के दुखद पन्ने पलट लेने चाहिए। उन्होंने अफसोस जताया कि जब समय बचाव व राहत कार्यों को युद्धस्तर पर अंजाम देने और पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाते हुए यथासंभव मदद पहुंचाने का था, तब विपक्ष मौके का फायदा उठाने के लिए राजनैतिक आरोप प्रत्यारोपों से उलझाने में जुटा है।

वहीं प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि देश में पहली बार कोई प्रधानमंत्री घटनास्थल पर जायजा लेने और अस्पतालों में पीड़ितों को सांत्वना देने पहुंचा है। मोदी जी ने पहले दिन ही स्पष्ट कर दिया था कि जो भी दोषी होगा उसे बख्शा जाएगा, यही वजह है कि देश में पहली बार किसी रेल दुर्घटना की सीबीआई जांच की संस्तुति की गई है। उन्होंने इस दुर्घटना को लेकर राहुल गांधी के बयानों पर तंज कसते हुए कहा कि किसी भी देशकाल की घटनाओं और परिस्थितियों का आकलन करने के लिए पिछले कार्यकाल से तुलनात्मक चर्चा जरूरी होती है। यह बात और है कि कांग्रेस की हिम्मत कभी भी अंग्रेजों के कार्यकाल की कमियों पर चर्चा की नही हुई।

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