जनपद बिजनौर के नजीबाबाद तहसील परिसर में एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम लेखपाल को पकड़ कर ले जाने लगी इसी दौरान मौके पर काफी लोगों की भीड़ जमा हो गई। टीम लेखपाल को पकड़कर नगीना देहात थाने ले गई।
बता दें पूरा मामला बिजनौर के नजीबाबाद तहसील परिसर का है, यहां मुरादाबाद से आई एंटी करप्शन की टीम ने तहसील में कार्यरत गांव किशनपुर आंवला क्षेत्र के लेखपाल डेविड कुमार को 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। अकबरपुर का रहने वाला आसिफ लेखपाल डेविड से काफी दिनों से जमीन की खसरा खतौनी मांग रहा था। आसिफ का कहना है कि लेखपाल उसे खसरा देने में आनाकानी कर रहे थे। 3 महीने से उसे लटका रखा था। जब उसने काफी प्रयास किया तो लेखपाल ने कहा खसरा की नकल लेनी है तो खर्च करना पड़ेगा। लेखपाल ने उससे 3 हजार रुपए की रिश्वत मांगी।
आसिफ ने मुरादाबाद एंटी करप्शन टीम को फोन कर पूरी घटना बताई। मुरादाबाद एंटी करप्शन टीम ने आसिफ को मुरादाबाद बुलाकर उससे पहले तहरीर ली और टीम बनाकर बिजनौर रवाना कर दी। मुरादाबाद से आई एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को तहसील परिसर से ही 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।
एंटी करप्शन की टीम लेखपाल को पकड़कर तहसील ले जाने लगी तो भीड़ जमा हो गई और हंगामा होने लगा। टीम लेखपाल को नगीना देहात थाने ले गई। यहां लेखपाल के खिलाफ केस दर्ज कराया। नगीना देहात कोतवाल का कहना है कि मुरादाबाद से आई एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल के खिलाफ केस दर्ज कराया है।