मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की शराब कंपनी में बाल श्रम की बात सामने आने के बाद आबकारी विभाग के चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। कंपनी में 59 बाल मजदूर काम करते मिले थे।
बच्चों के लिए काम करने वाले एक गैर-सरकारी संगठन की शिकायत पर शनिवार को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की टीम सोम डिस्टलरी के प्लांट पर पहुंची थी। वहां 59 बाल मजदूर काम करते मिले। रेस्क्यू किये गये बच्चों में लड़कियां भी शामिल हैं। शराब कंपनी में काम करने वाले कई बच्चों की हाथों की खाल तक निकल गई थी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर आबकारी आयुक्त ने प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी कन्हैयालाल अतुलकर और विभाग के तीन उप निरीक्षक प्रीति शैलेंद्र उईके, शेफाली वर्मा और मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री ने इस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि रायसेन जिले में फैक्ट्री पर छापे के दौरान बाल श्रम का मामला “मेरे संज्ञान में आया है। यह बेहद गंभीर है। इस संबंध में श्रम, आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की है और समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी”।