अयोध्या रामलला के दरबार में श्रद्धालुओं की संख्या में एक बार फिर से बढ़ोत्तरी होने लगी है। रोजाना करीब एक लाख श्रद्धालु रामलला के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं। रामनवमी के बाद अचानक श्रद्धालुओं की संख्या घट गई थी, अब छुट्टी के महीने में श्रद्धालु फिर बढ़ने लगे हैं। रामलला के चढ़ावे और दान में भी बढ़ोतरी शुरू हो गई। चढ़ावे की गिनती के लिए कर्मचारियों की संख्या 14 से बढ़ाकर 20 कर दी गई है। साथ ही दो शिफ्टों में चढ़ावे की गणना होती है।
रामनवमी के बाद श्रद्धालुओं की संख्या तीन गुना घट गई थी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला के दरबार में रोजाना जहां दो लाख भक्त पहुंचते थे। रामनवमी के बाद यह संख्या घटकर 50 से 60 हजार पहुंच गई थी। अब एक फिर दर्शनार्थी बढ़ने लगे हैं। पिछले चार दिनों में रामलला के दरबार में चार लाख से अधिक भक्तों ने दर्शन-पूजन किए। माना जा रहा है यह संख्या अब लगातार बढ़ेगी।
राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि रामलला के चढ़ावे की गिनती अब हर रोज होती है। पहले रामलला के चढ़ावे की गिनती जहां सुबह 11 बजे से चार बजे तक चलती थी, अब इसे दो शिफ्टों में कर दिया गया है। अब सुबह 11 से दो और दोपहर में तीन से छह बजे तक दानपात्र में आई धनराशि की गिनती की जाती है। दान की राशि की गणना की जिम्मेदारी स्टेट बैंक के कर्मी संभालते हैं। विभिन्न माध्यमों से रामलला को हर माह करीब डेढ़ करोड़ का चढ़ावा अर्पित किया जा रहा है। बताया कि चेक, नकदी, आरटीजीएस और ऑनलाइन माध्यमों से भक्त रामलला को निधि समर्पित करते हैं। हर माह चार से पांच लाख की निधि भक्तों की ओर से समर्पित की जाती है।