मुजफ्फरनगर में रामपुर तिराहा कांड में आखिरकार फैसले की घड़ी आ पहुंची है। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार 28 साल बाद इंसाफ की उम्मीद जगी है। सीबीआई बनाम मिलाप सिंह की पत्रावली में सुनवाई पूरी हो गई। अदालत ने फैसले के लिए 15 मार्च की तिथि तय की है।
शासकीय अधिवक्ता फौजदारी राजीव शर्मा, सहायक शासकीय अधिवक्ता फौजदारी परवेंद्र सिंह और उत्तराखंड संघर्ष समिति के अधिवक्ता अनुराग वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को प्रकरण में सुनवाई पूरी हो गई। अपर जिला एवं सत्र न्यायालय के पीठासीन अधिकारी शक्ति सिंह ने फैसले के लिए 15 मार्च की तिथि तय कर दी है। पत्रावली में पीएसी के सिपाही मिलाप सिंह और वीरेंद्र प्रताप पर मुकदमा चल रहा था। दोनों पर पीड़िताओं के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म का मुकदमा है।