इस बीच राम मंदिर को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल गुरुवार को राम जन्मभूमि मंदिर की स्थायी सुरक्षा समिति की बैठक में एक अहम फैसला लिया गया है। जिसके बाद अब राम मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा CRPF की जगह SSF को सौंपा गया है।
श्रीराम जन्मभूमि न्यास कार्यशाला राम घाट में हुई राम जन्मभूमि मंदिर की स्थायी सुरक्षा समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। जानकारी के अनुसार इस बैठक में गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम और राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा को लेकर चर्चा की गई। बैठक में राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स को सौंपा गया है। जिसके साथ ही पीएसी और सिविल पुलिस की भी तैनाती की गई है।
कमिश्नर गौरव दयाल ने जानकारी देते हुए बताया है कि 15 से 24 जनवरी के बीच राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा। इस दौरान राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को काफी ज्यादा पुख्ता रखने के लिए स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स को इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बैठक में राम मंदिर में बड़े मेलों के आयोजनों को लेकर भी सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा एसएसएफ और पीएसी समेत सिविल पुलिस को सौंपी गई है।
जानकारी के अनुसार इससे पहले राम मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा CRPF के हाथों में थी। फिलहाल अब इस काम में SSF के जवान तैनात रहेंगे, वहीं हाईटेक उपकरणों का इस्तेमाल कर राम मंदिर की सुरक्षा को और पुख्ता किया जाएगा। इसमें ड्रोन से लेकर सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जाएगी। इस बीच जानकारी मिल रही है कि एक श्रद्धालु ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट को संगमरमर पर बना भारत का चिह्न भेंट किया है।