खालिस्तान का समर्थन करने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी। जिसके बाद राम मंदिर के साथ-साथ पूरे अयोध्या की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। राम जन्मभूमि परिसर में हाई अलर्ट कर दिया गया है। वरिष्ठ अधिकारी खुद भी मौके पर मौजूद हैं और परिसर की सघन तलाशी ली जा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों ने सुरक्षा बलों के साथ निरीक्षण किया और राम मंदिर दर्शन मार्ग समेत प्रमुख स्थलों की जांच की। इस बारे में फिलहाल कोई अधिकारी कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है।
बता दें कि खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में अयोध्या को लेकर गीदड़ भभकी दी गई है। पन्नू ने राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी है। इसके अलावा पन्नू ने अन्य हिंदू धार्मिक स्थलों के खिलाफ हिंसा भड़काने की बात कही है। पन्नू ने कहा कि हम हिंदुत्व विचारधारा की जन्मस्थली अयोध्या की नींव हिला देंगे। पन्नू की ओर से जारी किए वीडियो में अयोध्या के राम मंदिर में पीएम नरेंद्र मोदी की पूजा-अर्चना करते हुए फोटो भी दिखाई गई है। साथ ही कनाडा में रहने वाले भारतीयों से हिंदू मंदिरों पर हो रहे खालिस्तानी हमलों से दूर रहने की भी धमकी दी है।
आतंकी पन्नू ने कहा है कि 16-17 नवंबर को राम मंदिर में हिंसा होगी। इस धमकी भरे वीडियो की जानकारी मिलने के बाद यहां राम जन्मभूमि परिसर में हाई अलर्ट कर दिया गया है। राम मंदिर की सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों ने सोमवार को पूरे परिसर का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया है। एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने एटीएस के जवानों व पुलिस बल के साथ राम जन्मभूमि के दर्शन पथ व समूचे परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को परखा। उन्होंने कहा कि परिसर की सुरक्षा पहले से ही अभेद्य है। 24 घंटे पूरे परिसर की निगरानी की जाती है। सीओ अयोध्या आशुतोष तिवारी ने बताया कि वीडियो जारी होने का मामला संज्ञान में है। अयोध्या व राम जन्मभूमि की सुरक्षा पहले से ही सख्त है। फिर भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है। पूरी निगरानी की जा रही है।