नयी दिल्ली। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों के हंगामे के कारण बुधवार को राज्य सभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी जिसके कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल लगातार तीसरे दिन भी नहीं हो सका।
भोजनावकाश के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही शुरु करते हुए सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने को पुकारा तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी आंरभ कर दी। इसके जवाब में विपक्षी सदस्य भी शोर शराबा करने लगे। इस पर श्री धनखड़ ने सदस्यों से शांत होने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की। लेकिन सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। स्थिति को देखते हुए श्री धनखड़ ने दो मिनट के भीतर सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।
सुबह आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखे जाने के बाद सभापति ने नियम 267 के तहत दिये गये नोटिस का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके तहत सात श्रेणियों में 11 नोटिस दिया गया है। इसके बाद भाजपा के सदस्यों ने अपनी सीट के पास खड़े होकर शोरगुल करना शुरू कर दिया। इसके बाद कांग्रेस के सदस्यों ने भी अपनी सीट के पास खड़े होकर हंगामा शुरू कर दिया। इसी दौरान सभापति ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
गौरतलब है के बजट सत्र के दूसरे चरण की सोमवार को शुरुआत के बाद से ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन में दिये गये वक्तव्य को लेकर सत्ता पक्ष के सदस्य उनसे माफी की मांग करते हुए हंगामा कर रहे हैं और विपक्षी सदस्य अडानी समूह पर अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के मद्देनजर पूरे मामले की जांच की मांग करते हुए नारेबाजी कर रहे हैं जिससे लगातार दो दिनों तक सदन में कोई कामकाज नहीं हो सका है।