राजधानी में गर्मी शुरू होने से पहले दिल्ली के कई इलाकों में जल आपूर्ति प्रभावित होने लगी है। दिल्ली की जल मंत्री व दिल्ली जल बोर्ड की अध्यक्ष आतिशी ने इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को शहर में पानी की आपूर्ति का पुनर्मूल्यांकन करने और चिह्नित क्षेत्रों में पानी की कमी को कम करने के लिए एक कार्य योजना का विवरण देने वाली एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
आतिशी ने अपने आदेश में कहा, ‘‘मेरे संज्ञान में लाया गया है कि दिल्ली के कई हिस्सों में पानी के उत्पादन और आपूर्ति में कमी आई है। यह अत्यंत गंभीर एवं आवश्यक मामला है। दिल्ली के लोगों को परेशानी नहीं होने दी जा सकती।’’
आतिशी ने मुख्य सचिव को बोरवेल से जलापूर्ति की पूर्ति के लिए एक कार्ययोजना तैयार करने का भी निर्देश दिया।
उन्होंने निर्देश दिया कि गर्मियों के दौरान पानी की कमी वाले प्रत्येक क्षेत्र के लिए आवश्यक टैंकर के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की जाए।
आतिशी ने उन इलाकों की सूची जारी की जहां से उन्हें पानी की कमी की लगातार शिकायतें मिल रही हैं और मुख्य सचिव को इस संबंध में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। मुख्य सचिव को आज शाम को आठ बजे तक रिपोर्ट सौंपना है।
दिल्ली जल बोर्ड ने दावा किया है कि राजधानी दिल्ली में जल आपूर्ति की समस्या नहीं है।
जल बोर्ड द्वारा बयान जारी कर कहा गया है कि राजधानी में पानी की उपलब्धता व आपूर्ति में कमी आने की बात निराधार है। जल उपचार संयंत्रों और बोरवेल के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो रहा है। जिन इलाकों में पानी की कमी है, वहां पाइपलाइन और टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जा रही है। पिछले 10 दिन के दौरान औसत जल की उपलब्धता और आपूर्ति 990.18 एमजीडी है। पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 967.46 एमजीडी पानी की आपूर्ति की होती थी।