राजकोट गेम जोन अग्निकांड के मामले में जारी एसआईटी की जांच में अधिकारियों के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। जांच में अधिकारियों की करोड़ों की अवैध संपत्ति का पता चला है।
पुलिस ने मामले मे चार अधकारियों को गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि राजकोट गेम जोन में आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई थी।
घटना की जांच कर रही एसआईटी को अधिकारियों के पास करोड़ों रुपयों की अवैध संपत्ति होनेे की जानकारी मिली है। अब एसआईटी के साथ एसीबी व क्राइम ब्रांच भी अधिकारियों का संपत्ति का ब्यौरा ले रही है।
पता चला है कि टीपीओ मनसुख सागठिया, जिसका वेतन 75 हजार रुपया महीना है, वह करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। कहा जा रहा है सागठिया के परिवार के नाम कई पेट्रोल पंप है।
उसने जेतपुर राजकोट हाईवे पर एक आलीशान फार्म हाउस बनवाया है। साथ ही गोंडल वीरपुर रोड पर भी कई प्रॉपर्टी है। राजकोट शहर के यूनिवर्सिटी रोड पर 7 से 8 करोड़ रुपये का आलीशान बंगला बनवा रहा है।
अवैैैध संपत्ति का मामला सामने आने पर राजकोट क्राइम ब्रांच ने टाउन प्लानर ऑफिसर मनसुख सागठिया, असिस्टेंट टाउन प्लानर मुकेश मकवाना, असिस्टेंट टाउन प्लानर गौतम जोशी, फायर स्टेशन ऑफिसर रोहित विगोरा को गिरफ्तार किया है
राजकोट अग्निकांड मामले में नामजद टाउन प्लानर एमडी सांगठिया, चीफ फायर ऑफिसर आरवी खेर, डिप्टी फायर ऑफिसर बीजे ठेबा, स्टेशन फायर ऑफिसर रोहित विगोरा, एटीपीओ मुकेश मकवाना, एटीपीओ गौतम जोशी के दफ्तर और घर पर एसीबी का सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
चीफ फायर ऑफिसर आरवी खेर के ऑफिस चेम्बर में एसीबी ने सर्च ओपरेशन किया। एसीबी की 15 सदस्यीय टीम इन अधिकारियों की संपत्तियों का ब्यौरा इकट्ठा कर रही है।