साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा कुष्ठ आश्रम व रैन बसेरा में भी किया भोजन वितरित
मुजफ्फरनगर। साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष व लावारिसों की वारिस क्रांतिकारी शालू सैनी पिछले एक पखवाडे से जिंदगी और मौत से लड रही थी। इस दौरान एक के बाद एक चार अस्पतालों में रैफर करना पडा था। हालत को देखने के बाद सभी प्रभु से क्रांतिकारी शालू सैनी की लंबी उम्र की दुआएं करने लगे थे। गत शुक्रवार को अस्पताल से मिली छुट्टी के बाद संस्था के तमाम पदाधिकारियों एवं लावारिसों की वारिस के फैंस की खुशियों का ठिकाना न रहा और मंगलवार को साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रसाद का वितरण भी साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट व लावारिसों की वारिस क्रांतिकारी शालू सैनी के हाथों से कराया गया। वहीं रैन बसेरा एवं कुष्ठ आश्रम में भी भोजन वितरित कर पुण्य कमाया गया। इस दौरान साक्षी सैनी ने कहा कि क्रांतिकारी शालू सैनी व लावारिसों की वारिस के नाम से प्रसि( शालू सैनी महिलाओं के लिए प्रेरणा श्रोत हैं, जो महिलाओं को अपने हक और आत्मरक्षा करने के गुर सिखाती हैं। उन्होने कहा कि जनपद के साथ साथ पडोसी जनपदों में भी क्रांतिकारी शालू सैनी से प्रेरित होकर कई महिलाओं के अंदर जागरूकता देखने को मिली हैं ,जो अपने अक के लिए किसी के सामने गिडगिडाने से पूर्व ही मैदान में उतकर अपने हक के लिए आवाज उठाते देखी गई हैं। इस दौरान क्रांतिकारी शालू सैनी ने बताया कि आज मै फिर से अपनो के बीच आने के बाद सेवा करने का मौका मिला हैं। उन्होने कहा कि करीब पंद्रह दिन पूर्व हरी सब्जी ;लोकीद्ध खाने मात्र से ही मै जिंदगी और मौत के बीच एक पखवाडें से जूझ रही थी। उन्होने बताया कि शायद किसी न किसी की दुआ मेरे काम आई और मै एक बाद फिर से मौत को मात देकर सेवा करने के लिए वापसआ गई।