केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 119वें वार्षिक अधिवेशन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने रतन टाटा को याद करते हुए कहा कि उनका निधन भारतीय औद्योगिक क्षेत्र के लिए एक बड़ा नुकसान है। लेकिन, उनके द्वारा छोड़ी गई विरासत आने वाले समय में मार्गदर्शक बनेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज रतन टाटा हमारे साथ नहीं रहे हैं, लेकिन जो लिगेसी वह छोड़कर गए हैं, वह देश के औद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए पथ प्रदर्शक बनेगी।
उनके योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि टाटा समूह ने हमेशा उत्कृष्टता का उदाहरण प्रस्तुत किया है और रतन टाटा के नेतृत्व में इस समूह ने कई सफलता प्राप्त की है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को परम शांति दें।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार शाम भारत सरकार की ओर से रतन टाटा के अंतिम संस्कार में भाग लेंगे। 86 वर्षीय रतन टाटा के पार्थिव शरीर को लोगों के अंतिम दर्शन के लिए दक्षिण मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स में रखा गया है। इसके बाद, शाम करीब 4 बजे रतन टाटा का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए नरीमन पॉइंट से वर्ली श्मशान प्रार्थना हॉल की ओर निकलेगा।
रतन टाटा ने ब्रीच कैंडी अस्पताल में बुधवार को अंतिम सांस ली। उन्हें सोमवार को कुछ आयु-संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भर्ती कराया गया था। टाटा के निधन से पूरे उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके परिवार, सहयोगियों और सभी उन लोगों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की जा रही हैं, जिन्होंने उन्हें निकटता से जाना और उनके साथ काम किया।
रतन टाटा के निधन पर राजनीति से लेकर उद्योग जगत और फिल्म जगत के दिग्गजों ने शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उद्योगपति गौतम अदाणी, आनंद महिद्रा समेत कई दिग्गजों ने टाटा के निधन को बड़ी क्षति बताई है।