लखनऊ। दिल्ली के यूपी भवन में हुए यौन शोषण के मामले में प्रशासन के द्वारा बड़ी कर्रवाई की गई है। दरअसल एक युवती ने यौन शोषण का आरोप लगते हुए दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं, इस मामले को सीएम योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया, जिसमें कई अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है।
वहीं, दिल्ली पुलिस ने उस कमरे को सील कर दिया है जिसमें यौन शोषण किया हुआ था। उधर, पूरे मामले में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने विभागीय जांच का आदेश दिया है। यूपी भवन के कई अधिकारी सस्पेंड किए गए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है। यूपी भवन के व्यवस्था अधिकारी दिनेश कारूष सस्पेंड किए गए हैं। राकेश चौधरी और पारस भी सस्पेंड किए गए हैं। राजीव तिवारी को यूपी भवन की जिम्मेदारी दी गई है।
जानिए क्या था पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के रहने वाले राज्यवर्धन सिंह परमार 26 मई 2023 की दोपहर करीब 12:20 पर एक अज्ञात महिला को लेकर UP भवन पहुंचे। उस वक्त स्वागत पटल पर दो कर्मचारी राकेश चौधरी और पारस मौजूद थे। इन लोगों ने राज्यवर्धन सिंह परमार को एक कमरा उपलब्ध करवाया। राज्यवर्धन सिंह परमार इस समय महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, लेकिन वह उन विशेष लोगों की सूची में शामिल नहीं है, जिन्हें दिल्ली के UP भवन में कमरा आवंटित किया जा सकता है। इसके बावजूद गलत ढंग से राज्यवर्धन सिंह परमार को कमरा आवंटित किया गया।
राज्यवर्धन सिंह परमार और अज्ञात महिला उसी दिन 01:05 बजे उस कमरे से बाहर चले गए। बाद में उसी अज्ञात महिला ने चाणक्यपुरी थाने में जाकर राज्यवर्धन सिंह परमार के खिलाफ शिकायत दी। जिसमें महिला ने आरोप लगाया कि राज्यवर्धन सिंह उसे UP भवन लेकर गया और वहां उसका यौन शोषण किया गया है।