प्रदेश में आए दिन खाने पीने वाली चीजों में मल, मूत्र, पसीना, मिलाने को लेकर योगी सरकार अब सख्त नजर आ रही है। ऐसे ढाबों/रेस्टोरेंट आदि खान-पान के प्रतिष्ठानों की सघन जांच की जाएगी इसके साथ ही यहां काम करने वाले सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरिफेकेशन कराया जाएगा।

खान-पान की चीज़ों की शुद्धता-पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम में आवश्यक संशोधन के निर्देश दिए। खान-पान के केंद्रों पर संचालक, प्रोपराइटर, मैनेजर आदि का नाम और पता डिस्प्ले करना होगा अनिवार्य। शेफ हो या वेटर, लगाना होगा मास्क और ग्लव्स, होटल/ रेस्टोरेंट में सीसीटीवी लगाना अनिवार्य होगा ।

  • प्रदेश में आए दिन  जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसी घटनाएं वीभत्स हैं। लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालने वाली हैं। ऐसे प्रयास कतई स्वीकार नहीं। उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस प्रबंध किए जाएं।
  • हाल के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसी घटनाएं वीभत्स हैं। लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालने वाली हैं। ऐसे प्रयास कतई स्वीकार नहीं। उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस प्रबंध किए जाएं।
  • ​​​​​​ढाबों और रेस्टोरेंट की जांच की जानी आवश्यक है। प्रदेश में अभियान चलाकर संचालकों का वैरिफिकेशन किया जाए। इसे खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, पुलिस और प्रशासन की टीम जल्द से जल्द करे। खान-पान के प्रतिष्ठानों पर संचालक, प्रोपराइटर, मैनेजर के नाम और पता डिस्प्ले किया जाए। इस संबंध में खाद्य सुरक्षा अधिनियम में आवश्यकतानुसार संशोधन भी किया जाए।
  • खान-पान के प्रतिष्ठानों में CCTV की व्यवस्था हो। न केवल ग्राहकों के बैठने के स्थान पर, बल्कि प्रतिष्ठान के अन्य हिस्सों को भी CCTV से कवर होना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि हर प्रतिष्ठान संचालक CCTV की फीड को सुरक्षित रखेगा। जरूरत पड़ने पर पुलिस को उपलब्ध कराएगा।
  • खान पान के केंद्रों पर साफ-सफाई होनी चाहिए। शेफ और वेटर को मास्क और ग्लव्स पहनना जरूरी है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। लोगों के स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। ऐसा प्रयास करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। खाद्य पदार्थों को बनाने, बेचने से जुड़े नियमों को और सख्त किया जाए। नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई हो।

गौरतलब है कि  गाजियाबाद के लोनी में जूस में पेशाब मिलाकर बेचने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई के लिए कहा था। उन्होंने विधायक नंद किशोर गुर्जर से इस मामले में अब तक हुई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी थी, उन्होंने कहा कि ऐसा करना नीचता का काम है। आरोपितों पर सख्त कार्रवाई हो, इस तरह की हरकत करने वालों को बख्शा नहीं जाए।

हाल में ही में लोनी बॉर्डर के इंद्रापुरी में खुशी जूस कार्नर पर जूस में पेशाब मिलाकर बेचा जा रहा था। इस मामले में लोगों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित आमिर और उसके बाल अपचारी साथी को गिरफ्तार किया है। इस मामले काे लेकर लोगों में गुस्सा है, उन्होंने सख्त कार्रवाई की मांग की है। विधायक ने मुख्यमंत्री को बताया कि वहां पर जो दुकान थी, उसको हटवा दिया गया है।

 

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