लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी नई टीम की घोषणा कर दी है। इस नई टीम में जातीय व क्षेत्रीय संतुलन पर जोर दिया जाएगा। BJP ने यह टीम अगड़े, पिछड़े और दलित वोटबैंक के सहारे मिशन 80 का लक्ष्य पाने की रणनीति के तहत तैयार की है। बीजेपी टीम में 11 महिलाओं को भी जगह मिली है और पुरानी टीम की सभी महिला पदाधिकारी को नई टीम में जगह दी गई है। वहीं, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने शनिवार को पदाधिकारियों और क्षेत्रीय अध्यक्षों की सूची जारी कर दी है।
बता दें कि, सवर्ण वोटबैंक को साधने के लिए टीम भाजपा में 10 ब्राह्मण, 7 क्षत्रिय टीम में शामिल हुए है। वहीं वैश्य समाज से 4, खत्री, भूमिहार, त्यागी व कायस्थ समाज से एक-एक नेता को टीम में जगह मिली है। पिछड़े वर्ग के वोटबैंक पर भाजपा की सबसे पैनी निगाह है और पिछड़े वर्ग के 13 नेता टीम में शामिल हुए है।अनुसूचित जाति से नौ नेताओं को प्रतिनिधित्व का मौका दिया गया है। टीम में पासी,कोरी,जाटव,सोनकर व धोबी समाज को साधने की कोशिश की जा रही है।
BJP की नई टीम में अवध क्षेत्र के दस नेताओं को अहम जिम्मेदारी मिली है। पश्चिमी क्षेत्र से 9, ब्रज क्षेत्र से 8, काशी क्षेत्र से 7, गोरखपुर से 6 व कानपुर-बुंदेलखंड से 5 सदस्यों को शामिल किया गया है। लेकिन इस बार मुस्लिम समुदाय से एक भी प्रतिनिधि शामिल नहीं है। वहीं, क्षेत्रीय अध्यक्षों से भी समीकरण साधने की कोशिश है। इसमें 6 नए क्षेत्रीय अध्यक्षों की नियुक्ति में जातीय समीकरण का ध्यान रखा गया है।
भाजपा ने उमेश पाल हत्याकांड के बाद पाल समाज में जो असंतोष था उसे दूर किया गया है। जिसके चलते प्रकाश पाल को कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र का क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। काशी क्षेत्र में अपना दल (एस) के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर दिलीप पटेल को काशी क्षेत्र का क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया गया। वहीं, गोरखपुर क्षेत्र के आसपास भूमिहार वोटरों में पैठ मजबूत करने के लिए सहजानंद राय को क्षेत्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है। उधर अवध क्षेत्र में ब्राह्मण वोटरों साधने के लिए कमलेश मिश्रा को क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। ब्रज क्षेत्र में शाक्य, सैनी,मौर्य, कुशवाहा समाज वोटबैंक के प्रभाव के मद्देनजर ध्रुववविजय शाक्य अध्यक्ष बने है और पश्चिम में ठाकुर समाज के सत्येंद्र सिसोदिया को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।