मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर का नवम दीक्षांत समारोह दिनांक 29 अगस्त 2024, गुरुवार को को विश्वविद्यालय के बहुउद्देशीय सभागार में आयोजित हुआ। नवें दीक्षा समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने की।
कुलाधिपति ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालयों में बहुत संभावनाएं हैं। एक विश्वविद्यालय में 200-300 शिक्षक होते हैं। ये सभी शिक्षक मिल कर विश्वविद्यालयों को बहुत ऊंचाई पर ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ भी असंभव नहीं है, आप देश ही नहीं दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में भी शामिल हो सकते हैं अगर आप चाहें और इस दिशा में काम करें। कुलाधिपति ने कहा कि युवाओं को विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए आगे आना होगा। हमें सशक्त किसान और महिलाओं के शोषण से मुक्त भारत का निर्माण करना है।
कुलाधिपति ने युवा पीढ़ी को प्रेरित करते हुए कहा कि युवा नए टेक्नोलॉजी के साथ अपने आप को तैयार करें। उन्होंने कहा कि तकनीकी विश्वविद्यालय पढ़ाई के साथ साथ युवाओं को इंडस्ट्री के लायक बनाएं जिससे कि यूनिवर्सिटी से निकलते ही विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का इस्तेमाल कर सकें। मा. कुलाधिपति महोदया ने अपने संबोधन में वार्षिक छात्र पत्रिका मालविका का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि मुझे देख कर प्रसन्नता हुई कि इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों में कला एवं साहित्यिक रुचि भी है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आपमें बहुमुखी प्रतिभा है जिसका प्रयोग कर आप विविध क्षेत्रों में जा सकते हैं।
इस मौके पर कुलाधिपति द्वारा बटन दबाकर एक साथ इस दीक्षांत की सभी उपाधियों एवं अंकपत्रों को डिजिलॉकर पर अपलोड किया गया। उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रशंसा की कि डिजीलॉकर पर उपाधि और अंकपत्र अपलोड होने से छात्रों को इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा। टेक्नोलॉजी की मदद से विद्यार्थी कहीं से भी अपनी