सहारनपुर (मनीष अग्रवाल)। सड़क सुरक्षा माह के तहत सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु नाबालिग स्कूली छात्र-छात्राओं के द्वारा वाहन संचालन पर रोक लगाने के लिये ट्रैफिक पुलिस ने अभियान चलाया। मंगलवार की सुबह सीओ ट्रैफिक अभितेष सिंह के नेतृत्व में यातायात प्रभारी अमित तोमर ने ट्रैफिक पुलिस टीम के साथ दिल्ली रोड पर स्कूल के बाहर विशेष अभियान चलाकर एक थार कार सवार छात्र सहित 109 वाहनों के चालान काट दिए। थार कार नाबालिक छात्र सहित कुछ बच्चें अन्य चार पहिया वाहन को चला रहे थे, इस घोर लापरवाही पर यातायात प्रभारी ने थार कार का पाँच व अन्य सभी चार पहिया वाहनों का चालान कर वाहन को सीज़ कर दिया है, अभिभावकों की लापरवाही तो देखिये सभी वाहनों को स्कूली बच्चें चला रहे थे जिसमे बड़ी बड़ी कारे भी शामिल है, यातायात प्रभारी ने 109 वाहनों पर 3 लाख 29 हजार का जुर्माना लगाया है। पुलिस के निशाने पर रहे केवल नाबालिक छात्र व छात्राये वही अभियान में नाबालिगों के अभिभावकों को भी चेताया गया, जबकि यातायात प्रभारी अमित तोमर द्वारा ट्रैफिक नियमों की पालन न करने वाले वाहन चालकों पर रोजाना कार्रवाई की जा रही है।लेकिन नाबालिग स्कूली बच्चों द्वारा वाहन चलाने पर इससे दुर्घटना का खतरा ज्यादा रहता है, जबकि मोके पर सीओ ट्रैफिक अभितेष सिंह ने सभी छात्रों को समझाया कि वह 18 वर्ष की आयु से पहले वाहन न चलाए, लाइसेंस बनवाकर ही वाहन चलाएं और हेलमेट लागये आप सुरक्षित रहेंगे और उनके अभिभावकों को भी परेशानी नहीं होगी, उन्होंने कहा छात्रों को अनुशासन से रहना चाहिए, नियम-कायदों का खुद पालन करें और अन्य लोगों को भी प्रेरित करें, क्योंकि आप सब देश के भविष्य हैं और सभी को आप से उम्मीद हैं, सीओ ट्रैफिक ने छात्र-छात्राओं को समझाइश देते हुए कहा ट्रैफिक नियमों का पालन करें, उन्होंने छात्रों को हर नियम से वाकिफ कराया और नियम से चलने की गुजारिश की, वही एसपी ट्रैफिक सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले नाबालिग बच्चों के द्वारा की जाने वाली ड्राइविंग पर रोक लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने मंगलवार को विशेष चैकिंग अभियान की पहल की है, एक तो ट्रैफिक पुलिस ने स्कूलों के बाहर चेकिंग अभियान चलाकर ड्राइविंग कर रहे नाबालिगों की धरपकड़ का अभियान शुरू किया है। ताकि वो ट्रैफिक पुलिस को हल्के में ना लें। साथ ही इनके पैरेंट्स को भी सख्ती के साथ कहा गया है कि वो आगे से अपने बच्चों को बालिग होने और वेलिड लाइसेंस बनने तक गाड़ी ना चलाने दें, इस अभियान को चलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने बाकायदा ऐसे स्कूलों की पहचान की थी, जहां बड़ी संख्या में बच्चे गाड़ी चलाकर आते हैं। शहर के कई स्कूलों में बच्चे दोपहिया वाहन लेकर पहुंच रहे हैं, लेकिन स्कूल संचालकों की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जबकि स्कूल में इनकी कोई भी पार्किंग नही है अभिभावक और स्कूल संचालकों के इस लापरवाह रवैये के कारण ही स्कूलों में बच्चे बिना किसी डर के वाहन लेकर पहुंच रहे हैं।

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